बरेली, 11 अप्रैल। अपने शहर के मेयर और सभासद शायद यह नहीं चाहते कि गरीबों के बच्चे स्कूल जायें और पढ़-लिखकर अपना भविष्य उज्ज्वल बनायें। इसीलिए खुद ही स्कूल चलो अभियान की बैठक बुलवाकर गायब हो गये। शिक्षा विभाग के बेचारे अधिकारी और कर्मचारी बस इंतजार ही करते रहे।
बता दें कि सोमवार को दोपहर बाद रोटरी भवन में स्कूल चलो अभियान की बैठक थी। बैठक में सभासदों और नगर प्रमुख के सुझाव, सहयोग से शहर के गरीब और वंचित बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर चर्चा होनी थी। इसी के बाद कार्ययोजना बनाकर सभासदों के सहयोग से उनके क्षेत्र के गरीब और वंचित बच्चों को स्कूल पहुंचाना था। बैठक की अध्यक्षता मेयर डा. आईएस तोमर को करनी थी।
इस चर्चा और कार्ययोजना बनाने के लिए मेयर डा. आईएस तोमर की सहमति से ही स्कूल चलो अभियान के अधिकारियों ने बैठक बुलायी। नियत समय पर शिक्षा विभाग और स्कूल चलो अभियान के अधिकारी और कर्मचारी पूरी तैयारियों के साथ पहुंच गये। लेकिन न तो मेयर डा. तोमर पहुंचे और न उनके सभासद। केवल दो पार्षद राजेश अग्रवाल और विपुल लाला ही वहां पहुंचे, बाकी 78 पार्षद और मेयर का सिर्फ इंतजार ही होता रहा।
गौरतलब यह भी है कि इस आयोजन का सारा खर्च चाहे रोटरी भवन का किराया हो या सभी का नाश्ता-खाना आदि, सभी स्कूल चलो अभियान की मद से खर्च हुआ।
बैठक में शिक्षा विभाग की ओर से एबीआरसी दुर्गेश बाबू, नगर शिक्षा अधिकारी नरेन्द्र सिंह पंवार, जिला समन्वयक डीसी पाल, राकेश माथुर, वीपी सिंह, शिक्षक नेता हरीश बाबू शर्मा आदि समेत कई लोग मौजूद रहे।