बरेली। अब एमजेपी रूहेलखंड विश्वविद्यालय परिसर पूरी तरह आॅनलाइन यानि डिजिटल होने जा रहा है। परिसर में प्रत्येक स्टूडेण्ट को एक महीने में एक जीबी डाटा मिलेगा। पूरा कैम्पस वाई-फाई हो जाएगा। शिक्षण से लेकर प्रशासनिक कार्य आॅनलाइन हो सकेंगे। खास बात यह कि इतना सब होने के बावजूद विश्विद्यालय का कोई पैसा खर्च नहीं होगा। यह सारा निवेश रिलायंस जियो करेगा। इस प्रोजेक्ट में करीब डेढ़ अरब रुपये का खर्च आयेगा। बुधवार को यह जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति अनिल शुक्ल ने दी।
कुलपति श्री शुक्ल ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर को वाई-फाई करने के लिए जियो से इकरारनामा किया गया हैै। जियो लगभग 150 करोड रूपये की लागत से इस काम को अंजाम देगा। इस एलान के समय मौजूद जियो के वरिष्ठ अधिकारी बाला सुब्रामण्यम ने कहा कि उनकी कंपनी अपने सामाजिक दायित्व के निर्वाह के तहत मुफ्त करेगी। विश्वविद्यालय से कोई धन नहीं लिया जाएगा।
कुलपति ने कहा कि जियो के सहयोग से विश्वविद्यालय परिसर वाई-फाई होने पर शिक्षण कार्यो में इण्टरनेट का इस्तेमाल हो सकेगा। कक्षाओं में दिए जाने वाले लैक्चर इण्टरनेट के माध्यम से छात्र बाद में भी अपने सुविधानुसार सुनकर इसका लाभ उठा सकेंगे। अगर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कोई कालेज इण्टरनेट से जुड़ा होगा तो उसके छात्र भी विश्वविद्यालय की कक्षाओं में दिए लैक्चर सुनकर आॅडियो अथवा वीडियो के माध्यम से सुनकर शिक्षा गृहण कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश होगी कि विश्वविद्यालय में प्रवेश का कार्य पूरी तरह आॅनलाइन किया जाए। भविष्य में परीक्षाओं के प्रश्न पत्र भी आॅनलाइन करने पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इण्टरनेट का उपयोग बढ़ने से छात्रो को छोटे-मोटे कामो के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर नहीं काटने पडे़ंगे। अंकताालिका लेने जैसे मामूली काम वे इण्टरनेट पर ही कर सकेंगे।
यह भी बताया कि सामाजिक दायित्व के तहत विश्वविद्यालय को इण्टरनेट सुविधा प्रदान कर रही कंपनी को परिसर में एक संचार प्रयोगशाला बनाने की जमीन मुहैया कराई जाएगी। इस प्रयोगशाला का निर्माण जियो अपने लिए कराएगी, लेकिन विश्वविद्यालय के बीटेक के छात्रो को इसमें प्रयोग आदि करने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल जियो के साथ पांच साल का एग्रीमेण्ट किया गया है।