अखिलेश सक्सेना, BareillyLive. अब गरमी ज्यादा परेशान नहीं करेगी। मेघदूत राहत की दस्तक देने आ गए हैं। बादल अब बरसे, तब बरसे की मुद्रा में हैं। अर्थात मानसून का मूड बन गया है और जल्दी ही गरज-चमक के साथ झमाझम होने लगेगी। हालांकि सोमवार को ही दोपहर बाद जब रुहेलखंड मंडल में आसमान बादलों से घिरा तो अच्छी बारिश के आसार लगने लगे थे, लेकिन ये बूंदाबांदी कर हवा हो गए। फिलवक्त पश्चिमी विक्षोभ ने शिकंजा कस इन्हे बारिश के लिए विवश कर दिया है।
तन-मन आनंदित करने वाली वर्षा ऋतु में बरेली मंडल और आसपास के मैदानी हिस्सों के लोग पिछले पंद्रह दिन से असहनीय गरमी झेल रहे हैं। जून के अंतिम सप्ताह में दो बार हुई बारिश से लगा था कि मानसून समय से पहले और सही दिशा में झूमने लगा है। मौसम विज्ञान केन्द्र भी कुछ ऐसी ही भविष्यवाणी कर रहे थे, लेकिन मानसून झलक दिखाकर ऐसा रूठेगा इसका आभास किसी को नहीं था। खैर, अब मानसून आइसोलेशन से बाहर आता दिख रहा है। मौसम विभाग ने भी इसकी चाल का सही अनुमान लगा लिया है।
पंतनगर विवि के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. आरके सिंह के मुताबिक उत्तराखण्ड के कुमाऊं और इससे लगे उत्तर प्रदेश के मैदानी हिस्सों बरेली, पीलीभीत, बदायूं और रामपुर आदि जिलों में मंगलवार रात से शनिवार तक बारिश के आसार बन रहे हैं। इन पांच दिनों में 10 से 20 मिमी तक वर्षा हो सकती है। इस दौरान गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं बिजली भी गिर सकती है।
डॉ. सिंह ने बताया कि हल्की से मध्यम बरसात के बीच अधिकतम तापमान 30 से 33 और न्यूनतम 23 से 24 डिग्री सेल्सियस रहेगा। हवा की गति 10 से 12 किमी प्रति घण्टे पूर्व-दक्षिण-पूर्व दिशा रहने का अनुमान है।
बरेली आंचलिक मौसम अनुसंधान केन्द्र ने भी अगले चौबीस घंटों के दौरान ठीक-ठाक बारिश की संभावना जताई है। माहौल मिला तो आगे भी कई रोज मानसून झूमता रहेगा।