बिजनौर : (Mahant murder in Bijnor) बिजनौर के नांगलसोती में गंगा घाट पर स्थित प्राचीन काली मन्दिर के महंत रामदास की शुक्रवार रात हत्या कर दी गई। उनका शव शनिवार की सुबह मन्दिर के प्रांगण में पड़ा मिला। सिर पर गंभीर चोटों के निशान थे और शव शौचालय के पास पड़ा था। सामान अस्त-व्यस्त पड़ा था। इसके चलते आशंका जताई जा रही है कि लूटपाट करने आये बदमाशों ने विरोध करने महंत की हत्या कर दी। सुबह श्रद्धालुओं के मन्दिर पहुंचने पर घटना की जानकारी हुई। सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए। घटना की सूचना पुलिस को दी गई।

थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मंदिर के जिस भवन में महंत रहते थे, उसका सामान पूरी तरह अस्त-व्यस्त था। आशंका जताई जा रही है लूटपाट की घटना को अंजाम देते हुए महंत को मौत के घाट उतारा गया है। ग्रामीणों के मुताबिक महंत करीब 18 सालों से काली देवी मंदिर में रह रहे थे। स्थानीय ग्रामीण उन्हें हरिद्वार से लेकर आए थे। वह मूल रूप से गोरखपुर के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस उनके गोरखपुर के पते की खोजबीन में जुटी है।

पुलिस को घटनास्थल से चांदी की एक जोड़ी पायल मिली है। बताया गया है कि गांव का एक युवक महंत के ज्यादा करीब था। अक्सर वह उनकी सेवा में रहता था। सुबह के समय उसी ने मन्दिर पहुंचकर वारदात की जानकारी लोगों को दी। पुलिस युवक और एक स्थानीय महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि महंत के सिर में गंभीर चोट थी। सिर और चेहरे पर खून लगा हुआ था। अंदेशा जताया जा रहा है कि किसी भारी चीज से सिर पर वार कर महंत की हत्या की गई है। इसके बाद शव पर रजाई डाल दी गई।

अपर पुलिस अधीक्षक नगर प्रवीण रंजन ने भी घटनास्थल का दौरा कर जानकारी हासिल की और आवश्यक निर्देश दिए।

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