लखनऊ। मजलिस-ए-हिंद के महासचिव और इमाम-ए-जुमा मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने दिल्ली में हुई तब्लीगी जमात में शिरकत करने गए लोगों से खुद के साथ समाज को बचाने की अपील की है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि जो भी वहां गए थे, उनको कोरोना वायरस जैसी बीमारी से निजात दिलाने के लिए स्वेच्छा से आगे आना चाहिए और प्रशासन की ओर से कराई जा रही जांच में सहयोग करना चाहिए। ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ऐसी ही बात कही है।

उन्होंने कहा, “दिल्ली प्रशासन की लापरवाही की वजह से ही इतने लोग एक जगह एकत्र हुए। मैने तो पहले ही समाज की सुरक्षा के लिए जुमे की नमाज को स्थगित कर दिया था। प्रशासन के साथ हमारा सहयोग रहता है। ऐसे में मैं सभी से एक बार फिर गुजारिश करता हूं कि गए तो गए लेकिन अपनी जांच अवश्य कराएं। आपके साथ आपके परिवार की भी सुरक्षा होगी।”

ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि जो भी हुआ वो बेहद अफसोसनाक है। मामले की जांच होनी चाहिए। अच्छा होगा कि इसमें शामिल हुए लोग खुद ही सामने आएं और प्रशासन से अपनी जांच करवाएं। उन्होंने कहा कि तब्लीगी जमात एक धार्मिक संगठन है जो दुनिया भर में फैला हुआ है और इसका मकसद यह है कि एक इंसान का दूसरे इंसान से क्या बिहेवियर होना चाहिए। उस पर ये लोग काम करते हैं और प्यार का पैगाम दुनिया भर में पहुंचाने की कोशिश करते हैं। उसी के चलते यह हमारे मुल्क में तशरीफ लाते हैं और मरकज निजामुद्दीन में रहते हैं।

उन्होंने कहा, “मेरी तमाम लोगों से गुजारिश है जो कि मरकज में शामिल हुए हैं कि वे मुल्क के जिस भी हिस्से में गए हो वहां के स्थानीय प्रशासन को अपनी जानकारी दें। अपना टेस्ट कराएं जिससे कि प्रशासन उनकी भी जांच करके इलाज करवा सके, उनकी जान की हिफाजत को यकीनी बना सके। आप के जरिए से किसी दूसरे को यह बीमारी ना लगे यह आपका मजहबी दायित्व है। मजहब इस्लाम में इंसान की जान को बहुत ज्यादा अहमियत दी गई है।”

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