भमोरा (बरेली)। कस्बे व आसपास के गांवों में इन दिनों रहस्यमय बुखार फैला हुआ है। साहसा और जमालपुर में इसका प्रकोप सबसे ज्यादा है। साहसा में चार लोगों जबकि जमालपुर में एक महिला की इस बुखार के चलते मौत हो चुकी है। पर्याप्त सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में लोग झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने पर मजबूर हैं। जिनकी आर्थिक स्थिति थोड़ी ठीक है या जिन्होंने उधार मांगकर या अन्य किसी तरह से रुपयों का इंतजाम कर लिया है, वे जिला मुख्यालय में इलाज करवा रहे हैं।
साहसा में दो दिन में चार लोगों की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है। दिव्या (6 साल) पुत्री साधूराम यादव कई दिनों से बीमार थी जिसकी शुक्रवार को मौत हो गई। सीमा (20 वर्ष) पुत्री तेजराम को भी तेज बुखार था, उसने भी दम तोड़ दिया। (संतोष 20) वर्ष पत्नी राजकुमार को भी कई दिन से तेज बुखार था। शनिवार को उसकी भी सांस थम गयी। रामसनेही पत्नी झम्मन लाल जिसका पांच दिन से बरेली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था, शनिवार को उसकी भी मौत हो गई।
क्षेत्र के ही गांव जमालपुर निवासी ओमवती पत्नी स्वर्गीय अशोक का तीन दिन से बरेली के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। शनिवार को उसने भी दम तोड़ दिया।
साहसा के ग्राम प्रधान रुकुम पाल सिंह ने गांव में कई लोगों के इस रहस्यमय बुखार से पीड़त होने की जानकारी देते हुए बताया कि गांव में अब तक चार लोगों की इस बीमारी के चलते मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि सीएचसी को भी इस बारे में जानकारी दे दी गई है पर वहां से अभी तक कोई नहीं आया।
सीएचसी के प्रभारी डॉ. गौरव शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में कई लोगों के बुखार से पीड़ित होने व कुछ लोगों की मौत की जानकारी मिली है। हालांकि सीएचसी में अभी तक ऐसा कोई मरीज नहीं आया है। एक मेडिकल टीम रविवार को प्रभावित गांवों में भेजी जाएगी। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।