वाराणसी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के न्यासी जगदगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि के बाद अब काशी और मथुरा की बारी है। यहां की भूमि भी मुक्त होगी।
स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती बुधवार को गंगा महासभा के कार्यालय में आयोजित बैठक में बोल रहे थे। राम मंदिर निर्माण सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि श्री रामजन्म भूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण करने के लिए धन संग्रह का कार्य चल रहा है। अधिक से अधिक लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्वामी वासुदेवानंद ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को विपक्ष का आंदोलन बताया। कहा- किसान अपना काम करें, सरकार उनका पूरा ध्यान रखेगी। जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, भगवान उनको सदबुद्धि दें। उन्हें चाहिए कि वे देश और समाज हित में कार्य करें। लालकिले पर राष्ट्रीय ध्वज ही फहराना चाहिए।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण में धन की कोई कमी नहीं होगी। प्रभु की कृपा रही तो बहुत जल्द काशी में विश्वनाथ मंदिर और मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि भी मुक्त हो जाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का ही दर्शन करके हम सभी संतुष्ट होंगे।
उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाली पीढ़ी बाबा विश्वनाथ और श्रीकृष्ण जन्मभूमि का उद्धार देखेगी। वासुदेवानंद सरस्वती ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राम के भय के सवाल पर कहा कि भगवान उनको भी सद्बुद्धि दे।