बरेली। शहर का शील चौराहा अब छत्रपति शिवाजी चौक के नाम से जाना जाएगा। हिन्दू जागरण मंच की ओर से रविवार को निकाली गई हिन्दू साम्राज्योत्सव शोभायात्रा के बाद चौराहे पर लगायी गयी छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा का अनावरण किया गया। शोभायात्रा में शामिल सैकड़ों युवा भगवा रंग में रंगे लग रहे थे।
इससे पूर्व संजय कम्यूनिटी हाल में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्र कार्यकारिणी सदस्य कृष्णचंद्र ने कहा कि छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा स्थापित होना हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा, पृथ्वीराज चौहान को अंतिम हिंदू राजा कहा जाता है। उसके बाद हिंदू शासक आपस में ही लड़ने लगे और इसका फायदा मुगलों ने उठाया। ऐसे समय में छत्रपति शिवाजी ने हिंदू जनमानस को संघर्ष करना सिखाया और ज्येष्ठ शुक्ल त्रियोदशी के दिन हिन्दू पद शाही की स्थापना की थी।
संजय कम्यूनिटी हाल से हिन्दू साम्राज्योत्सव शोभायात्रा निकली जो गाजे-बाजे के साथ शील चौराहा पहुंची। इस दौरान हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ता भारत माता की जय और जय छत्रपति शिवाजी का जयकारा लगाते रहे। चौराहे पर भोजीपुरा ब्लाक प्रमुख योगेश पटेल की अध्यक्षता में प्रतिमा का अनावरण हुआ। इस मौके पर नगर विधायक डॉ. अरुण कुमार, पूर्व महापौर सुभाष पटेल, डॉ. प्रमेन्द्र माहेश्वरी, डॉ. विमल भारद्वाज, डॉ. ललित पागरानी, डॉ. शशांक शुक्ला , उमाकांत, विजय गंगवार, प्रवीण भारद्वाज, नितिन शर्मा आदि मौजूद रहे।
छत्रपति से लेनी चाहिए प्रेरणा
कार्यक्रम अध्यक्ष केंद्रीय राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि छत्रपति शिवाजी का नाम लेते ही भारतीय जनमानस में जोश आ जाता है। वह हमेशा हमारे आदर्श और प्रेरणास्रोत रहेंगे। मुख्य अतिथि डॉ. प्रमेंद्र माहेश्वरी रहे। उन्होंने कहा कि समाज को छत्रपति शिवाजी से प्रेरणा लेनी चाहिए। शिवाजी भारतीय हिन्दू युवाओं के आदर्श हैं।
आंवला से बाइक रैली निकालकर कर पहुंचे युवा
ऑवला। हिन्दू साम्राज्य दिवस पर शिवाजी की प्रतिमा अनावरण के मौके पर ऑवला से भी बड़ी संख्या में बाइक से युवा पहुंचे थे। इससे पूर्व हिन्दू जागरण कार्यकर्ताओं ने आंवाल में बाइक रैली निकाली। रैली का नेतृत्व हिन्दू जागरण मंच नगर अध्यक्ष रामवीर प्रजापति कर रहे थे। इस रैली में पालिका अध्यक्ष संजीव सक्सेना भी मौजूद रहे। रैली नगर के विभिन्न मोहल्लों और क्षेत्रों से होकर बरेली के लिए रवाना हुई।
रामवीर प्रजापति ने बताया कि आज ही के दिन शिवाजी महाराज ने हिन्दू पादशाही की स्थापना की थी। इस अवसर जयदीप पारासरी, एकांश खंडूजा, दुर्गेश सक्सेना, ऋषभ माहेश्वरी, गगन पाठक, अनमोल गुप्ता, योगेश माहेश्वरी आदि मौजूद रहे।