बरेली@BareillyLive. आर्ट ऑफ लिविंग बरेली चैप्टर ने ’विश्व ध्यान दिवस’ पर 21 दिसम्बर को बरेली के विभिन्न स्कूलों एवं अन्य संस्थानों के 2000 लोगों को ध्यान का अभ्यास कराया। साथ ही ध्यान के बारे में विस्तार से बताया।
आर्ट ऑफ लिविंग के वरिष्ठ शिक्षक पार्थो कुनार ने बताया कि ध्यान हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे तनाव से मुक्ति पायी जा सकती है। आज की भागमभाग भरी जिन्दगी में तनाव मुक्त जीवन हर व्यक्ति की जरूरत है। जीवन से तनाव खत्म होते ही अनेक समस्याओं का समाधान स्वयं ही मिलने लगता है।
आर्ट ऑफ लिविंग के वरिष्ठ शिक्षक पार्थो कुनार ने बताया कि आज शहर के विभिन्न स्कूलों जैसे लायंस रोहिला, जीआरएम स्कूल, केसीएमटी, फ्यूचर यूनिवर्सिटी, अमर उजाला कार्यालय, परीक्षा गुरु अकैडमी के साथ ही अनेक कॉलोनी में लगभग 2000 लोगों को ध्यान कराया गया। इसमें आर्ट ऑफ़ लिविंग के वरिष्ठ शिक्षक पार्थो कुनार, श्वेता कुनार, रीना अग्रवाल, सौरव मल्होत्रा, ममता दीक्षित, अंकित अग्रवाल ने जगह-जगह जाकर ध्यान कराया।
इसके बाद शाम को आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर द्वारा पूरे विश्व में शाम 8 बजे से ऑनलाइन ध्यान कराया। इसमें लाखों लोगों ने उनसे जुड़कर ध्यान किया।