BareillyLive: एसआरएमएस इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंसेज में शुक्रवार को एक दिवसीय वर्कशाप आयोजित हुई। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में एम्स नई दिल्ली के वरिष्ठ फिजियो थेरेपिस्ट डा.प्रभात रंजन ने फिजियोथेरेपी के विद्यार्थियों को इस क्षेत्र की अत्याधुनिक तकनीकों और इनकी मदद से मरीज के शीघ्र उपचार की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के बाद से लोग फिटनेस की जरूरत को समझने लगे हैं। इसे जीवनशैली में तेजी से अपनाया जा रहा है। ऐसे में फिजियो थेरेपिस्ट की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। गर्भ से लेकर मरने तक या कहें तो बचपन से बुढ़ापे तक फिजियोथेरेपिस्ट की जरूरत होती है। क्योंकि हमारा काम बीमारी को ठीक करने के साथ ही उसके आने से पहले उससे बचाव का है। प्रधानमंत्री मोदी के विजन फिट इंडिया में भी हमारी भूमिका किसी से कम नहीं। पिछले वर्ष सरकार ने नेशनल कमीशन फार एलाइट एंड हेल्थ केयर प्रोफेशन्स बिल लाकर भी हमारे काम को वैधानिक किया है। इससे स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत अलाइड हेल्थ प्रोफेशनल्स की शिक्षा व सेवाओं की व्यवस्था में व्यापक सुधारों की उम्मीद है। अब किसी को भी फिजियोथेरेपिस्ट कहलाने की इजाजत नहीं होगी। सही में ही फिजियोथेरेपी किए हुए ही लाइसेंस लेकर रजिस्टर्ड प्रैक्टिस कर सकेंगे। पंजीकरण होने से प्रस्तावित स्वास्थ्य की सभी ढांचागत योजनाओं में इनकी जरुरत, कमी व संख्या आदि का अनुमान भी सही सही लगाया जा सकेगा। लेकिन इसमें वही सफल होगा जो सीखता रहे और अपनी स्किल को बढ़ाकर अपने काम में दक्षता हासिल करे। सफलता के लिए सभी को इसके साथ ही मानवसेवा के जज्बे की जरूरत है।
इससे पहले एसआरएमएस इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंसेज के वाइस प्रिंसिपल और कार्यक्रम के चेयरपर्सन डा.आशीष चौहान ने सभी का स्वागत किया और वर्कशाप की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अतिथियों और विद्यार्थियों को एसआरएमएस ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों का भी जिक्र किया। एसआरएमएस इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज के प्रिंसिपल डा.एसबी गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों का काम मरीजों के दर्द का उपचार करना है। दर्द शारीरिक हो या मानसिक, सबमें फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका महत्वपूर्ण है। अच्छा फिजियो थेरेपिस्ट वही बन सकता है जो लगातार सीखता रहे, जो प्रैक्टिस और ट्रेनिंग से ही संभव है। ऐसी वर्कशाप इसमें महत्वपूर्ण होती हैं। फिजियोथेरेपी विभाग की इंचार्ज और कार्यक्रम की सेक्रेटरी डा.नबीला खानम ने वर्कशाप में आए सभी लोगों का धन्यवाद दिया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रयागराज से आए सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट डा.संतोष पांडेय, एसआरएमएस ट्रस्ट के एडवाइजर इंजीनियर सुभाष मेहरा, एसआरएमएस इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंसेज के प्रिंसिपल डा. सीएम चतुर्वेदी, डा.मनोज गुप्ता मौजूद रहे।