BareillyLive, विष्णुदेव चांडक। बदायूं जिले की उझानी कोतवाली एक बार फिर चर्चा में है। महिला आरक्षी और मुंशी के बीच हाथापाई की घटना के बाद कोतवाली आपसी जंग का अखड़ा बन गई है। बुधवार को जब ऑडियो-वीडियो बम फूटा तो पूरे महकमे में खलबली मच गई। दरअसल विवाद के बाद लाइनहाजिर की गई महिला आरक्षी ने कोतवाल पर अपनी बिरादरी के पुलिस कर्मियों का खयाल रखने और दूसरी जाति वालों का उत्पीड़न करने का आरोप जड़ दिया।
दोनों में बहस के बीच मुंशी भी कूद पड़ा और खुद को ही मुखिया जताने की कोशिश करने लगा। इसी दैरान किसी ने कोतवाल से महिला आरक्षी की बहस का ऑडियो और मुंशी के बड़बोलेपन का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इससे महकमे में खलबली मच गई है। महिला सिपाही और मुंशी को हाथापाई के बाद लाइन हाजिर कर दिया गया था।
ये है वायरल ऑडियो …. सुनें
ऑडियो में लाइन हाजिर महिला सिपाही कह रही है कि कोतवाली में सिर्फ और सिर्फ जाति बिरादरी को ही सुविधाएं उपलब्ध हैं। जाति-बिरादरी के पुलिस कर्मियों को बिना अवकाश के कहीं भी जाने की छूट है, जबकि गैर बिरादरी के पुलिस कर्मियों को मांगे से भी छुट्टी नहीं मिल पाती है। विवाद के दौरान महिला आरक्षी प्रभारी निरीक्षक से कहती हैं कि यहां सबकुछ जाति बिरादरी पर निर्भर है। वह इंस्पेक्टर के समक्ष चार बार हाजिर हो चुकी है इसके बाद भी उसकी परेशानी समझने का प्रयास नहीं किया गया। इस आरोप पर इंस्पेक्टर कह रहे हैं कि यहां ऐसे ही चलेगा तू जलती रहे। तूझे रिलीव कर दिया है तू जा।
इस बीच वायरल हुए एक वीडियो में मुंशी से महिला आरक्षी कह रही है कि अन्य महिला सिपाही बिना छुट्टी लिए चली जाती हैं, जबकि उसे मांगने पर भी नहीं मिलती। इस पर मुंशी बड़े रौब के साथ कहता है कि यह मेरा अधिकार है तू इसमें हस्तक्षेप न कर, मैं किसी को दो, चार, दस और 12 दिन छुट्टी पर भेज सकता हूं, यह मेरा रिस्क है। नौकरी मेरी फंसेगी तेरी नहीं, तू रिलीव हो जा। कोतवाली विवाद के ऑडियो वीडियो देख-सुन कोई चटखारे ले रहा है तो कोई आमजन की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जता रहा है।
बता दें, सोमवार को महिला सिपाही प्रतिष्ठा शर्मा का जरीफनगर और अंशू तेवतिया का बदायूं की सदर कोतवाली तबादला किया गया। जब रिलीव होने आई प्रतिष्ठा की मुंशी गुलाब सिंह से किसी बात को लेकर नोक-झोक हो गई। आरोप है कि इसी दौरान प्रतिष्ठा ने मुंशी को थप्पड़ जड़ दिया और बदले में मुंशी ने भी महिला सिपाही को थप्पड़ मार दिया।
विवाद के बाद एसएसपी के सामने प्रतिष्ठा पेश हो गई। दूसरे दिन एसएसपी ने दोनों को लाइन हाजिर कर दिया। चर्चा है कि प्रतिष्ठा और अंशू में पहले से ही नहीं बनती थी और अक्सर विवाद होता रहता था, लेकिन इसे अधिकारियों से छिपाया जाता रहा। नतीजा यह निकला कि पहले बात हाथापाई तक पहुंची और अब ऑडियो वीडियो का बम फूट गया। इससे महकमे की किरकिरी हो रही है।