Bareillylive :अब तक गांव गांव जाकर 84 से अधिक कार्यक्रम पूरे कर चुकी पैड वुमन राखी गंगवार कई स्कूल, कॉलेज, पुलिस स्टेशन, केंद्रीय कारागार, अनाथालय समेत लाखों बेटियों और महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता, लिकोरिया, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर जैसे विषयों पर जानकारी देती हैं, सामान्यतया ये ऐसे विषय हैं जिन पर लोग बात करने से भी झिझकते हैं वहीं शिक्षिका राखी गंगवार ने बच्चियों को तमाम तरह की बीमारियों से बचाने के लिए और पीरियड्स को अभिशाप न समझे इसके लिए एक मुहिम छेड़ दी है, हमारी किशोरी हमारी शक्ति पैड बैंक मुहिम के द्वारा लगातार बेटियों को जागरूक किया जा रहा है।
पैड बैंक अभियान चलने वाली शिक्षिका राखी गंगवार रहती हैं कि हर स्कूल हर कॉलेज हर रेलवे स्टेशन बस स्टॉप और सार्वजनिक स्थलों पर एक सेनेटरी नैपकिन पैडबैंक होना अनिवार्य है क्योंकि हमारी जो बेटियां हैं हमारी जो माता है हमारी जो बहने हैं उनके लिए माहवारी की दिक्कत कभी भी हो सकती है ऐसे में आसपास कोई दुकान न होने के कारण वह नैपकिन कहां से खरीदें यह चिंता का विषय है और जरूरी नहीं की हर समय में अपने पर पर्स में सेनेटरी नैपकिन का पैकेट लेकर जाए।
ऐसे में अगर अचानक उनका महावारी जैसी समस्या का सामना करना पड़े तो उन्हें आसानी से सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध हो सके।
शिक्षिका कहती हैं कि जिस तरह से अभी एक कॉलेज की घटना सामने आई है कि एक बच्ची पीरियड के दौरान पैड मांगती रही लेकिन कॉलेज से पैड नहीं दिया गया और वह उसी हालत में अपने घर चली जाती है इस तरह से किसी दूसरे कॉलेज में कोई घटना सामने ना आए इससे बचने के लिए हमें कॉलेज में सेनेटरी नैपकिन का पैड बैंक बना देना चाहिए वहां से अपनी इच्छा से जिस भी बेटी को जरूरत हो वह आसानी से ले सके और उसका उपयोग कर सके और यह बिल्कुल मुफ्त होना चाहिए इसके लिए कोई भी चार्ज नहीं होना चाहिए बेटियों को माहवारी प्रबंधन की सही जानकारी होनी चाहिए बेटियों के साथ-साथ स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक और शिक्षिकाओं को भी इसकी भली भांति जानकारी होनी चाहिए और समय-समय पर बच्चियों को इसके बारे में जागरूक करना चाहिए क्योंकि यह जागरूकता का विषय है शर्माने का विषय नहीं है।
शिक्षिका का कहना है कि वह हर स्कूल हर कॉलेज तक पहुंचना चाहती हैं और सभी बेटियों को सशक्त बनाने में अपनी भूमिका निभाना चाहती हैं।