बाराबांकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र में ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM, एआईएमएईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी एवं सभा के आयोजक मंडल पर एफआईआर दर्ज की गई है। उन पर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र एवं निराधार टिप्पणी करने का आरोप है।
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने आज शनिवार को बताया कि 9 सितंबर को थाना कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत मोहल्ला कटरा चन्दना में असदुद्दीन ओवैसी के कार्यक्रम में शासन द्वारा जारी कोविड-19 दिशा-निर्देशों का उलंघन करते हुए काफी संख्या में भीड़ इकट्ठा की गई और प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति का स्पष्ट उल्लंघन किया गया। उक्त कार्यक्रम के दौरान न तो किसी ने मास्क का प्रयोग किया गया और न ही सामाजिक दूरी का पालन किया गया।
एसपी के मुताबिक एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी ने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला भडकाऊ भाषण दिया। ओवैसी ने कार्यक्रम में कहा कि कोतवाली रामसनेही घाट में प्रशासन ने 100 वर्ष पुरानी मस्जिद को तुड़वा दिया और उसका मलबा भी वहां से पूर्ण रूप से हटा दिया गय। एसपी यमुना प्रसाद ने कहा कि इस वक्तव्य के जरिये एक समुदाय विशेष को भड़काने का एवं साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया गया.
पुलिस के मुताबिक ओवैसी ने भारत के प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार के खिलाफ भी अभद्र एवं निराधार टिप्पणी की। एसपी ने कहा कि इस संबंध में औवैसी और आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
गौरतलब है कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी मंगलवार से उत्तर प्रदेश के तीन दिन के दौरे पर थे। उन्होंने मंगलवार को अयोध्या के रूदौली से जनसभा कर विधानसभा चुनाव 2022 के अभियान की शुरुआत की थी। बुधवार को उनका सुल्तानपुर में और गुरुवार को यहां बाराबंकी में कार्यक्रम था। बाराबंकी के कार्यक्रम पर पहले जिला प्रशासन ने रोक लगा दी थी लेकिन बाद में आयोजक मंडल द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का आश्वासन दिये जाने के बाद इजाजत दी गयी थी।
गौरतलब है कि ओवैसी आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषण कर चुके हैं।