बरेली, 28 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां रबर फैक्ट्री मैदान पर किसान रैली को संबोधित करते हुए कृषि को रोजगार उन्मुखी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कृषि, निर्माण और सर्विस सेक्टर को देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया। उन्होंने कहा कि हमें अपने किसान को तकदीरवाला बनाना होगा। अगर किसान को पानी मिल जाए तो मिट्टी से सोना पैदा होगा।
उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाए। किसानों को देश की शान बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा- कामना करता हूं कि जब देश 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहा होगा, किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों के सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं, लेकिन इन चुनौतियों को मौकों में बदला जा सकता है।
पहले मनरेगा का क्या हुआ भगवान जाने
प्रधानमंत्री ने मनरेगा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मनरेगा कि बातें बहुत होती है, पहले मनरेगा का क्या हुआ भगवान जाने‘ आपको गांव में भी मनरेगा के पैसे आए होंगे, लोगों की जेब में गए होंगे, गांवों में पूछो क्या हुआ तो कुछ नजर नहीं आता। मोदी ने यह भी कहा कि हम किसान के बेटे हैं, हमें धरती मां पर अत्याचार करने का कोई हक नहीं बनता है।
देश के सम्मान को चोट पहुंचाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देंगे :राजनाथ
प्रधानमंत्री से पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रैली को संबोधित किया। गृह मंत्री ने जेएनयू में देशद्रोही नारेबाजी पर कहा- कुछ अवांछनीय ताकतें भारत के विरोध का नारा लगाती हैं, भारत के टुकड़े-टुकड़े कर देने की बात करती हैं। राजनाथ ने चेताया कि भारत के मान-सम्मान पर यदि कोई ताकत चोट पहुंचाने की कोशिश करेगी तो उसका मुंहतोड़ जवाब देने की हिम्मत वाली हुकूमत आपके देश में है।