8 kg gold loot from highwayबरेली। फतेहगंज पूर्वी थाना क्षेत्र के नेशनल हाइवे पर 3 जून को बरेली के सर्राफा व्यापारी से 8 किलो सोना डकैती कांड का खुलासा बरेली पुलिस, एसटीएफ टीम, क्राइम ब्रांच टीम ने करने का दावा किया है। पुलिस ने पांच लुटेरों सहित घटना में प्रयुक्त कार को भी बरामद किया। इसके अलावा बदमाशों से 100 ग्राम वजन के 62 सोने के बिस्किट जिसका कुल वजन 6 किलो 200 ग्राम और सोने के गले हुए टुकड़े जिसका कुल वजन 1 किलो 800 ग्राम के अलावा के 5 लाख 52 हजार रुपये भी बरामद किए है। इस खुलासे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली पुलिस टीम कोएक लाख रूपये इनाम की घोषणा की है।

पुलिस लाइन के सभागार में बरेली मंडल में इतनी बड़ी डकैती के खुलासे के लिए कमिशनर पीवी जगमोहन, एडीजी ब्रजराज मीणा, आईजी एसके भगत, एसएसपी जोगेन्द्र कुमार, एसपी देहात ख्याति गर्ग, सीओ फरीदपुर नीति द्विवेदी, अन्डर ट्रेनिंग आईपीएस रविना त्यागी, क्राइम ब्रांच प्रभारी कमरूल हसन समेत टीम के मेम्बर मौजूद रहे।

8 kg gold loot from highwayएडीजी ब्रजराज मीणा ने बताया कि वादी मुकदमा बरेली में सोने के थोक व्यापारी है। वह 3 जून को लखनऊ से 8 किलो सोना खरीद कर अपने वाहन से बरेली आ रहे थे। फतेहगंज पूर्वी थाना क्षेत्र के हाईवे पर टिसुआ गांव के पास पीछे से आ रही कार में सवार डकैतों ने उनकी कार को ओवरटेक कर रोक लिया और चालक की साइड की खिड़की का शीशा तोड़कर कार में सवार सभी को गन प्वांट पर लेकर सूनसान इलाके में ले जाकर बन्धक बना कर सोना लूट लिय और फरार हो गए थे। मौके पर पुहंच कर देखने से प्रथम दृष्टि में आभास हो गया कि इस घटना में कोई न कोई जानकार अवश्य है। इसी को लेकर पुलिस अधिकारियों को गाइड लाइन दी गई और उनका हौंसला अफजाई की गई जिसका सकारात्मक परिणाम मिला है।

एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने बताया कि पूरे घटनाक्रम को खुलासे के लिए कोतवाली पुलिस, पूर्वी फतेहगंज पुलिस, क्राइम ब्रंाच टीम के अलावा सर्विलांस टीम के अलावा एसटीएफ का भी सहयोग लिया गया। हिरासत मे आया सोने उर्फ सरवजीत तथा प्रदीप कोहली अपराधिक मानसिकता के है। इन लोगों ने अपने जैसे मानसिकता के मनोज, अरूण, शत्रुघन ठाकुर तथा संतोष के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई। बताया कि शत्रुघन और मनोज दोनों सोने के थोक व्यापारी प्रदीप अग्रवाल के यहां उनकी कार के चालक रह चुके थे इसलिए उन्हें पूरी जानकारी थी कि माल कहां से कैसे आता है। एसएसपी ने बताया कि घटना से एक दिन पहले बदमाशों ने पूरी तैयारी की थी।

8 kg gold loot from highwayघटना के दिन शत्रुघन और मनोज दूसरी कार से पीछा करते हुए प्रदीप अग्रवाल की कार के पीछे चलते हुए अपने साथियों को पलपल की लोकेशन दे रहे थे। उन्होंने बताया कि दोनों घटनास्थल से पहले ही उतर गए थे। उनके दूसरे साथी पीछे लगे रहे। क्योंकि उन्हें अपनी पहचान होने का डर था। उन्होंने बताया कि फतेहगंज पूर्वी क्षेत्र के हाइवे पर सूनसान इलाके में कार को ओवरटेक कर उसको रोक लिया गया और पहले से वहां उनके साथियों ने कार में सवार प्रदीप अग्रवाल, उनके ससुर अविनाश अग्रवाल, मुनीम रामचंद्र और चालक इमरान मलिक को घायल कर सभी को गन प्वांइट पर ले कर बन्धक बना लिया।

उन्होंने बताया कि सर्विलांस के जरिये पता लगा कि इमरान मलिक की मनोज से बात होती रही है। इसलिए पुलिस का शक और गहराता चला गया। पुलिस ने मुखबिरों का जाल बिछा दिया और कल इन लोगों को गुलाब राय के पास से हिरासत में ले लिया गया। इन्हीं की निशान देही पर दो सुनारों को हिरासत में लिया गया जिन लोगों ने माल खरीदा व गलाया था। एक-एक कर पूछताछ कर पुलिस ने शत प्रतिशत रिकवरी कर ली। डकैती के इस घटनाक्रम के खुलासे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली पुलिस टीम को धन्यवाद दिया है और एक लाख रूपये इनाम की घोषणा की है। पुलिस ने हिरासत में आए अभियुक्तों का मेडिकल कराने के बाद न्यायलय के समक्ष पेश कर दिया।

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