बरेली,20फरवरी। एक गांव में प्रतिबंधित पशु को पकड़ने पर दरोगा ने सिपाही को जमकर गालियां दी। बात यहां तक आ पहुंची कि दरोगा ने सिपाही को जान से मारने की धमकी तक दे डाली । दरोगा ने सिपाही से कहा कि इतने जूते पड़ेंगे कि चेहरा नहीं पहचान पाओगे। इसी दौरान सिपाही ने दोनों की बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
बीते 15 फरवरी को शाही पुलिस स्टेशन की दुनका चौकी के गांव में सिपाही भारत सिंह ने प्रतिबंधित पशु का वध करते हुए कुछ लोगों ने पकड़ा। इस पर चौकी इंचार्ज दरोगा अनवर खलील ने भारत को फोन करके हड़काया। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों गाली-गलौज पर उतर आए। इसके बाद फोन पर ही भारत सिंह ने कहा कि वह रिकॉर्डिंग कर रहा है और इसे वो एसएसपी को सुनाएगा। इसके बावजूद अनवर खलील शांत नही हुए और लगातार गालियां देते रहे।
इस मामले पर थाना प्रभारी महेंद्र सिंह का कहना है कि घटना 3 दिन पुरानी है। मामले से सीनियर अफसरों से अवगत करा दिया गया है। चौकी दुनका पर 5 महीने से कोई इंचार्ज नहीं था। जिस कारण दरोगा अनवर खलील को प्रभारी चौकी इंचार्ज बनाया गया। वहीं, एसएसपी आरके भारद्वाज ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
बता दें कि कुछ महीने पहले भी इस तरह का मामला सामने आया था। जिसमें फरीदपुर थाने में तैनात दरोगा मनोज मिश्रा की पशु तस्करों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड की गूंज प्रदेश सरकार तक पहुंची थी। घटना में पुलिस पर पशु तस्करों से सांठगांठ और मनोज मिश्रा की हत्या कराने के आरोप लगे थे।
ऑडियो में ये हुई बातचीत…
दरोगा- भारत सिंह, ये क्या चौकी पर बदतमीजी कर रहे हो।
सिपाही- सर, घर से बंजारों को मीट काटते हुए पकड़ा है।
दरोगा- गलतफहमी अपने दिमाग से निकाल दो। तुम उन्हें नहीं पकड़ सकते हो। अपनी औकात में रहकर बात करो। लूज टॉक करोगे तो पुलिस स्टाफ कुछ नहीं करेगा। इतने जूते पड़ेंगे कि शक्ल नहीं पहचानी जाएगी। 50 लोग चौकी पर खड़े हैं, कहो तो भेज दूं अभी, अपनी औकात में रहो।
सिपाही- बीच-बीच में जी-जी कहते हुए कहा कि सब कुछ हो रहा है। इसे मैं कप्तान साहब को सुनाऊंगा।
दरोगा- तुम कप्तान को सुना देना, लेकिन तुम कुछ नहीं कर सकते। एक मिनट में तुम्हारा दिमाग दुरुस्त कर दूंगा।
सिपाही- एेसा है सर, औकात की बात मत करो।
दरोगा- ऐसा वैसा न कर, बहुत दादागिरी हो गई। बहुत सहन कर लिया। इससे ज्यादा मैं तुम्हे सहन नही करूंगा। सबसे पहले मैं ही आकर मारुंगा, कर ले ये रिकाॅर्ड।
सिपाही- क्या कह रहे हो? अरे सर किसे मारोगे।
दारोगा- तुझे मारुंगा और किसे।
सिपाही- अरे, दम हो तो आ जाओ मार लो।
दरोगा- इसके बाद दरोगा लगातार गाली ही देते रहे।