बरेली। धर्म व जाति के नाम पर हो रही राजनीति पर पूरी तरह रोक प्रभावी करने की मांग को लेकर गुरुवार को आरक्षण मुक्त भारत मंच की बैठक हुई। इसमे भारतीय राष्ट्रीय समानता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष त्रिभुवन शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा धर्म आधारित राजनीति पर रोक लगाने पर खुशी जतायी। कहा कि लोक सभा की 131 व विधान सभा की लगभग 1250 सीटें आरक्षित हैं। इनकों भी सामान्य किया जाये, तभी राष्ट्रीयता को बढ़ावा मिलेगा।
सुमन उपाध्याय ने कहा राजनीतिक पार्टिंयां जोर-शोर से दलित सम्मेलन, पिछड़ा वर्ग सम्मेलन कर रही हैं। जो सर्वोच्च न्यायलय के आदेशों का खुला उलंघन है। उन्होंने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री आपने भाषणों में जातिवाद शब्दों का प्रयोग करते हैं। इस पर भी प्रतिबंध लगना चाहिए। राजकमल ने कहा जाति धर्म के नाम पर संचालित राजनीतिक दलों की मान्यता समाप्त कर दी जानी चाहिए। प्रत्याशियों की योग्यता उनकी जाति से आंकी जा रही है। उनको टिकट जाति की बहुलता के आधार पर दिया जाता है। इस दौरान वेद प्रकाश, गजेन्द्र पाण्डेय, संजीव सक्सेना, अमित सक्सेना, अरविंद अग्रवाल, प्रमोद मिश्रा, हरीओम गौतम आदि मौजूद रहे।