कालांतर में यह विधा लुप्तप्राय हो गयी। लेकिन चीन के मास्टर चैकोसुई ने प्राण चिकित्सा यानि प्राण योग को सीखकर इसे प्राणिक हीलिंग के नाम से पुनः जीवन्त कर दिया। उन्होंने बताया मनुष्य के शरीर में ऊर्जा के कई चक्र होते हैं। जब इन ऊर्जा चक्रों का संतुलन बिगड़ जाता है तभी शरीर में रोग अपनी जड़ें जमा लेते हैं। प्राणिक हीलिंग से इसी असंतुलन को ठीककर चक्रों को पुनः संतुलित कर दिया जाता है।
श्री योगी के अनुसार इसे कोई भी सामान्य व्यक्ति सीख सकता है, बशर्ते उसमें सीखने की ललक और ईश्वर के प्रति आस्था और विश्वास हो। इस विधा को तीन मुख्य कोर्स में बांटा गया है। इन्हें बेसिक, एडवांस और साइको कोर्स के नाम से जाना जाता है। ये सभी कोर्स केवल दो-दो दिन के होते हैं।
उन्होंने बताया कि फिलहाल बेसिक कोर्स के लिए कार्यशाला का आयोजन 16 व 17 जनवरी को जीआरएम स्कूल के पास अजमेरा इंस्टीट्यूट आफ मीडिया स्ट्डीज के हाल में प्रातः 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया जा रहा है। इच्छुक अभ्यर्थी सम्पर्क कर सकते हैं।
Bareillylive: समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष शमीम खाँ सुल्तानी पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधि मंडल…
Bareillylive : खंडेलवाल कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी बरेली में *स्वभाव और संस्कार स्वच्छता…
Bareillylive : एसआरएमएस मेडिकल कालेज में पिछले करीब आठ वर्ष से भर्ती किशोर निशांत गंगवार…
Bareillylive : एक उम्मीद संस्था द्वारा और इनरव्हील क्लब बरेली के योगदान से एक विशेष…
Bareillylive : इंस्पायर मानक योजना के अंतर्गत प्रगति मैदान नई दिल्ली में आयोजित 11 वीं…
Bareillylive : इनर व्हील क्लब मेन बरेली 311 की अध्यक्ष डॉ विनीता सिसोदिया, सचिव निरुपमा…