आरती श्रीराधा-कृष्ण की...श्रीराधाकृष्णाय नमः ...

BareillyLive-Spiritual Desk. राधाष्टमी के व्रत का भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन सुबह स्नान आदि करके साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद पूजा स्थान पर एक जल से भरा कलश रखें। चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं और राधा रानी की मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद राधा रानी को पंचामृत से स्नान करवाया जाता है और उन्हें साफ वस्त्र पहना कर उनका ऋंगार किया जाता है।

राधा-कृष्ण आरती

मुख्यतया हम या तो कृष्ण भगवान की आरती करते हैं या फिर राधिका जी की लेकिन आप में से बहुत कम लोगों ने राधा कृष्ण की आरती (Radha Krishna Ki Aarti) के बारे में सुना होगा। इसलिए आज हम आपके साथ राधा कृष्ण आरती (Radha Krishna Aarti) लिखित रूप में साँझा करेंगे ताकि आप इस मनोहर आरती का आनंद भी उठा सके।

इस आरती की विशेषता यह हैं कि हर श्लोक में तीन पंक्तियाँ हैं और इसकी प्रथम पंक्ति राधा रानी को, द्वितीय पंक्ति श्रीकृष्ण को तो अंतिम व तीसरी पंक्ति राधाकृष्ण के रूप को समर्पित हैं। आइए पढ़ते हैं राधा कृष्ण की आरती Lyrics (Radha Krishna Ji Ki Aarti) के साथ।

राधा कृष्ण आरती (Radha Krishna Aarti)

ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण, …श्रीराधाकृष्णाय नमः।।

चंद्रमुखी चंचल चितचोरी। (राधा)

सुघर सांवरा सूरत भोरी।। (कृष्ण)

श्यामा श्याम एक सी जोरी। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

पचरंग चूनर केसर क्यारी। (राधा)

पट पीताम्बर कामर कारी।। (कृष्ण)

एकरूप अनुपम छवि प्यारी। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

चंद्र चन्द्रिका चमचम चमके। (राधा)

मोर मुकुट सिर दमदम दमके।। (कृष्ण)

युगल प्रेम रस झमझम झमके। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

कस्तूरी कुमकुम जुत बिंदा। (राधा)

चंदन चारु तिलक बृज चंदा।। (कृष्ण)

सुहृद लाड़ली लाल सुनंदा। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

घूमघुमारो घांघर सोहे। (राधा)

कटिकछनी कमलापति सोहे।। (कृष्ण)

कमलासन सुर मुनि मन मोहे। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

रत्नजड़ित आभूषण सुंदर। (राधा)

कौस्तुभमणि कमलांकित नटवर।। (कृष्ण)

रणत्क्कणत मुरली ध्वनि मनहर। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

मंद हँसत मतवारे नैना। (राधा)

मनमोहन मन हारे सैना।। (कृष्ण)

मृदु मुसुकावनि मीठे बैना। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

श्रीराधा भव-बाधा हारी। (राधा)

संकट मोचन कृष्ण मुरारी।। (कृष्ण)

एक शक्ति एकहि आधारी। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

जगज्योति जगजननी माता। (राधा)

जगजीवन जग-पितु जग-दाता।। (कृष्ण)

जगदाधार जगद्विख्याता। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

राधा राधा कृष्ण कन्हैया। (राधा)

भवभय सागर पार लगैया।। (कृष्ण)

मंगल मूरति मोक्ष करैया। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

सर्वेश्वरी सर्वदुःख दाहन। (राधा)

त्रिभुवनपति, त्रयताप नसावन।। (कृष्ण)

परम देवी, परमेश्वर पावन। (राधाकृष्ण)

श्रीराधाकृष्णाय नमः…

त्रिसमय युगलचरण चित ध्यावे।

सो नर जगत परमपद पावे।।

राधाकृष्ण छैल मन भावे।

श्रीराधाकृष्णाय नमः… श्रीराधाकृष्णाय नमः… श्रीराधाकृष्णाय नमः…

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