शाहजहांपुर। खन्नौत नदी से मछली पकड़ने के दौरान एक दुर्लभ प्रजाति का कूबड़ वाला कछुआ मिला है। यह कछुआ शहर में कौतुहल का विषय बना हुआ है। कुछ लोग इसे शिवलिंग तो कुछ लोग श्रीयंत्र मानकर देखने आ रहे हैं। करीब 15 किलो वजन वाले इस कछुए को लालपुल मोक्षधाम के चौकीदार ने मछलियों का शिकार करने वाले व्यक्ति से खरीदा और इसका संरक्षण कर रहे हैं।
शिकारी से खरीदकर किया संरक्षण
जानकारी के अनुसार एक शिकारी ने शुक्रवार को खन्नौत नदी में मछलियां पकड़ने के लिए जाल फेंका। कुछ ही देर बाद उसके जाल में मछलियों के साथ एक कछुआ भी फंस गया। शिकारी मछलियों और कछुए को लेकर लालपुल मोक्षधाम के सामने से गुजर रहा था। वहां तभी मोक्षधाम के चौकीदार रामबली ने हाथ में कछुआ देखकर शिकारी को रोका और शिकारी से मोलभाव कर एक हजार रुपये में कछुआ खरीद लिया। फिर कछुआ को मोक्षधाम लाकर रामबली ने बगीचे में ही उसके भोजन का इंतजाम किया।
रामबली ने बताया कि उसने पहली बार ऐसे कछुए को देखा है जिसकी पीठ पर कूबड़ है। रामबली ने बताया कि लोग कूबड़ को शिवलिंग मानकर दर्शन करने आ रहे हैं। तो कुछ लोग कछुए वाला श्रीयंत्र मानकर दर्शन कर रहे हैं। कछुए की कूबड़ वाली प्रजाति के बारे में फिलहाल कोई जीव विज्ञानी सही जानकारी नहीं दे सका है।
(इनपुट साभार लाइव हिन्दुस्तान)