बरेली। बरेली में गुरुवार को मौसम का दुर्लभ दृश्य दिखायी दिया। सुबह लगभग 11 बजे आसमान में सूर्य के चारों ओर लाल और नीले रंग का घेरा बन गया। इस अद्भुत दृश्य को ‘‘22 डिग्री सर्कुलर हेलो’’ के नाम से जाना जाता है। सूर्य के अलावा कभी-कभी चंद्रमा के ‘‘22 डिग्री सर्कुलर हेलो’’ को मून रिंग या विंटर हेलो के नाम से भी जाना जाता है। इस दृश्य को डॉ. पंकज अग्रवाल और उनके बेटे अक्षित अग्रवाल ने अपने कैमरे में कैद कर लिया।
खगोलशास्त्री प्रो. अनुपम सिंह ने कहा कि कभी-कभी ऐसी घटनाएं घटती हैं। इंद्रधनुष बनना कोई नयी बात नहीं है। आमतौर पर बरसात में इंद्रधनुष नजर आता है, लेकिन यह अन्य मौसम में भी नजर आ सकता है। इस घटना में इंद्रधनुष का सर्किल सूरज के चारो ओर बना है।
मौसम विज्ञानी प्रो एस.एन. पाण्डेय के अनुसार यह एक इंद्रधनुष था। कोई विशेष घटना नहीं है। जब आसमान में धूल और पानी के कण साथ होते हैं तो इंद्रधनुष बनता है। ऐसा भी इस बार हुआ है।
ज्योतिषाचार्य विजय पुरी कहते हैं कि ऐसा संयोग रवि पंचमी की षष्ठी तिथि को बना है। यह तिथि बहुत शुभ है। इससे देश में बड़े बदलाव के संयोग का संकेत है।
महंत विजय पुरी ने बताया कि यह स्थायी जयप्रद योग बना है, जो बहुत ही शुभकारी है। इंद्रधनुष चक्र की तरह सूर्य को घेरे हुए था। यह देश के राजा को चक्रवर्ती होने के समान सुरक्षा मिलने का प्रतीक है।