rashtriya sunni ulma counsil
प्रेसवार्ता के दौरान राष्ट्रीय सुन्नी उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना इंतेजार अहमद कादरी व अन्य।

बरेली। राष्ट्रीय सुन्नी उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना इंतेजार अहमद कादरी ने पत्रकारों को बताया कि कुरान हमारी जान और इमान है और इस्लाम उसकी रूह है। इससे छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगी। केन्द्र की मोदी सरकार शरीयत में बदलाव लाकर मुसलमानों के जजबात से खिलवाड़ करना चाहती है। इतिहास गवाह है जब भी इस तरह की कोशिशे हुई हैं तो तख्त ताज बदल गये हैं। मोदी सरकार के इस फैसले के खिलाफ हमारी कौंसिल शरीयत बचाओ यात्रा निकालेगी।

कहा कि वह सिविल कोड का बहाना कर अपनी नाकामी को छुपाना चाहते हैं। विदेशी दौरे पर देश की खून पसीने की कमाई को लूटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी को मुस्लिम महिलाओं की इतनी चिंता है तो आज तक गुजरात की रहने वाली ज़किया जाफरी के हित में कदम क्यों नहीं उठाया जबकि वह न्यायालय का द्वार खट-खटाकर थक गई है। उन्हें और बीजेपी को महिलाओं से हमदर्दी है तो जशोदा बेन को पहले न्याय दिलायें वह भी एक महिला हैं।

श्री कादरी ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं का प्रेम सियासत है और मुस्लिमानों की शरीयत और इस्लाम में हस्तक्षेप है। उन्होंने यह भी कहा कि जो मुस्लिम महिलाएं या पुरूष सिविल कोड के मामले में मोदी का साथ दे रहे हैं वह षडयन्त्र है। इस्लाम में चाहे मुसलमान हो या कोई और यह पाबंद नहीं करता कि वह किस विचारधारा को अपनायें। ऐसे लोग मुसलमान नहीं है और किसी भी धर्म में जा सकते है और बिक सकते हैं। शरीयत के पाबंद लोग ही मुसलमान है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले के खिलाफ हमारी कौंसिल शरीयत बचाओ यात्रा निकालेगी।

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