Ration card canceled as living person dead, no food at home  

बरेली। बरेली के देवरनिया में जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर उसका राशन कार्ड निरस्त करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। व्यक्ति के घर में खाने के लाले पड़े हुए हैं और वह स्वयं जिन्दा साबित करने करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है। अंततः पीड़त व्यक्ति ने जिलाधिकारी और जिला आपूर्ति अधिकारी से सहायता की गुहार लगायी है।

सेमीखेड़ा गांव निवासी मोहन स्वरूप गंगवार पुत्र मंगलसेन गंगवार ने बताया कि उसका राशन कार्ड कोटेदार ने निरस्त कर दिया। बताया कि बहेड़ी अपूर्ति दफ्तर जाकर पता किया तो मालूम हुआ कि नगर पचांयत प्रशासन की रिपोर्ट में उसे मृत बताकर उसका कार्ड निरस्त कर दिया गया। आठ माह हो चुके हैं लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। मोहन स्वरूप पिछले आठ माह से खुद को जीवित बताते हुए अधिकारियों से राशन कार्ड सही कराने की मांग कर रहा है।

लॉकडाउन में पैदा हो गया भोजन का संकट

मोहन स्वरूप ने बताया कि वह मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता है। लॉकडाउन से पहले उसका राशन कार्ड निरस्त कर दिया गया। बीते तीन माह तक काम भी बंद हो गया। अब लॉकडाउन में घर में भोजन के लाले पड़ गये हैं। मोहन स्वरूप का आरोप है कि नगर पचांयत देवरनियां अधिशासी अधिकारी जनार्दन यादव के द्वारा उसे मृत दर्शाकर राशन कार्ड निरस्त कराया गया है। मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत कर उसने लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

By vandna

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