बालूशाही एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है जो मुख्य रूप से मैदे के साथ तैयार किया जाता है और घी / तेल में गहरे तलने के बाद चीनी सिरप में भिगोया जाता है। उत्तर भारत में इसे बालूशाही और दक्षिण भारतीय व्यंजनों में बादुशा या बादशाह के रूप में जाना जाता है।
सामग्री-
500 ग्राम मैदा
200 ग्राम देसी घी
ऑरेंज फूड कलर (वैकल्पिक)
125 ग्राम पानी
चाशनी के लिए –
400 ग्राम चीनी
200 ग्राम पानी
ऑरेंज फूड कलर (वैकल्पिक)
इलाइची पाउडर (वैकल्पिक)
विधि –
एक पैन में चीनी और पानी डाल कर चाशनी बनायें। चीनी घुलने रख ही गरम करना है, ज्यादा पकाना नहीं है। फ़ूड कलर और इलाइची पाउडर डाल कर गैस बंद कर दे। 5-6 बूंद नींबू रस की चाशनी में मिलाये।इसकी चाशनी जमेगी नहीं।
एक कटोरी में मैदा ले और इसके बीच में पिघला हुआ घी, पानी, फूड कलर और बेकिंग पाउडर डाल कर अच्छे से मिलाये। इसमें थोड़ा- थोड़ा करते हुए सारा मैदा मिलाना है।आटे के जैसे गुथना नहीं है।बिल्कुल हल्के हाथों से मिलाना है, आटा इकट्ठा हो जाए, बस इतना करना है।मसलना नहीं है।
कढ़ाई में घी गरम करे.आँच बिल्कुल कम रखना है और कम आँच पर ही बालूशाही फ्राई करनी है।आटे के छोटे-छोटे भाग करे और हल्के हाथों से गोल करते हुए पेड़े बना कर बीच में छेद कर दे… सभी बालूशाही ऐसे ही बना ले।
घी गरम होने पर पेड़े घी में डाल दे। पेड़ो को बिल्कुल हिलाये नहीं… थोड़ी देर में सभी ऊपर आ जायेंगे। 12- 15 मिनट के बाद हल्के हाथ से पेड़ो को पलट दे। ऐसे ही 4-5 बार पलट कर सभी बालूशाही को सुनहरे रंग तक फ्राई कर ले। सभी बालूशाही को एक जाली पर निकल कर रख दे. जिससे अतिरिक्त घी अलग हो जाएगा। हल्की गुनगुनी चाशनी में बालूशाही को डुबो कर 10-15 मिनट रखे। चासनी से निकल कर फिर से जाली पर रखे। अतिरिक्त चासनी निकलने तक…थोड़े दिन बाद बालूशाही पर पिस्ता , बादाम चाँदी वर्क लगाए…बालूशाही तैयार..
स्वादिष्ट रसभरी बालूशाही के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स – सबसे पहले, इस रेसिपी के लिए आटा हलके से गूंधना बहुत महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि आटा को न गूंधे और सिर्फ नानखटाई की तरह संयोजित करें। दूसरी बात, इसको तलते समय, सुनिश्चित करें कि आंच कम गर्मी में है। इसके अलावा मैं डीप फ्राई करने के लिए तेल के स्थान घी पर का उपयोग करने की सलाह दूंगी। अंत में, इसकी बनावट चीनी सिरप से डिपेन्ड होता है। यह या तो गुलाब जामुन की चाशनी की तरह पतला हो सकता है या फिर ऊपर में कठोर क्रिस्टलीकृत गाढ़ा बनावट हो सकता है।