बरेली। कोरोना काल में भी फीस को लेकर निजी स्कूलों की दादगीरी जारी है। ऑनलाइन क्लास से बच्चे को हटाने, हजारों रुपये का विलंब शुल्क लगाने जैसी शिकायतों के बाद अब एक स्कूल ने छात्रा के बोर्ड परीक्षा के रजिस्ट्रेशन से ही इन्कार कर दिया है। कहीं से भी राहत नहीं मिलने पर मानसिक तनाव से जूझ रहे अभिभावक ने अब आत्मदाह की चेतावनी दी है। मामला मीरगंज तहसील क्षेत्र के एक निजी विद्यालय का है।  

कोरोना काल में आर्थिक संकट से जूझ रहे अभिभावक आशीष अग्रवाल ने जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) से लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय (शिक्षा मंत्रालय) तक स्कूल के रवैये की शिकायत की पर कहीं से भी राहत नहीं मिली। फतेहगंज पश्चिमी निवासी आशीष अग्रवाल का कहना है कि स्कूल प्रबंधन ने अप्रैल से सितंबर तक की पूरी फीस जमा न होने पर बोर्ड एग्जाम रजिस्ट्रेशन करने से साफ मना कर दिया है है जबकि वह कुछ फीस जमा करने को तैयार हैं। बोर्ड एग्जाम रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ तो उनकी बेटी का एक साल बर्बाद हो जाएगा। शासन और प्रशासन के आदेश के बावजूद स्कूल प्रबंधन पूरी फीस जमा करने पर अड़ा है। केंद्र और प्रदेश सरकार के मंत्रियों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे स्कूल प्रबंधन ने अपनी मनमानी और बढ़ा दी है। पूरी फीस लिए बिना उन्होंने रजिस्ट्रेशन से मना कर दिया है।

आशीष अग्रवाल का कहना है कि यदि 30 सितंबर से पहले उन बेटी का बोर्ड एग्जाम रजिस्ट्रेशन नहीं होता है तो स्कूल प्रबंधन की मनमानी और अधिकारियों की अनदेखी के विरोध में वह एक अक्टूबर को आत्मदाह कर लेंगे।

साभार- लाइव हिंदुस्तान

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