Bareillylive : हर घर की रसोई में शुद्धता और प्राकृतिक गुणवत्ता से भरपूर कच्ची घानी सरसों तेल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बैल कोल्हू कंपनी का जन्म हुआ था तकरीबन 5 दशक पहले एक छोटी सी शुरुआत से सरसों तेल के सेगमेंट में कदम रखने वाला बैल कोल्हू, आज एक प्रतिष्ठित नाम बन गया है। बीएल एग्रो अपने अनुसार वर्षों से उच्च गुणवत्ता वाले सरसों के तेल और अन्य एडिबल ऑयल्स का निर्माण कर रहा है और बाजार में एक विशिष्ट बढ़त हासिल करने के लिए आधुनिक मार्केटिंग के तरीके भी आजमा रहा है। बॉलीवुड के कई मशहूर चेहरे इसके ब्रांड एंबेसेडर हैं जिनमें गोविन्द नामदेव, मनोज वाजपेई, पंकज त्रिपाठी और नवाज़उद्दीन सिद्दिकी प्रमुख हैं।
देश के 13 से अधिक राज्यों में 1,50,000 से अधिक रिटेलर नेटवर्क के साथ बैल कोल्हू देश भर मे अपना माल भेजता है। नरिश नाम से इनके आउटलेट भी जगह जगह खुले हैं।
पर पिछले दो दिन से शुद्ध सरसों कच्ची घानी होने के बड़े बड़े विज्ञापन दावों के लिए मशहूर इस बैल कोल्हू फैक्ट्री में सैंपलिंग शुरू हो गई है। बरेली में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बीएल एग्रो फैक्टरी का निरीक्षण किया और आठ नमूने जांच के लिए भरे। सहायक आयुक्त खाद्य संदीप कुमार चौरसिया के नेतृत्व में यह कार्रवाई प्रधानमंत्री आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायत के तहत की गई।
निरीक्षण में नरिश ब्रांड का अजवाइन, बैल कोल्हू ब्रांड का सरसों का तेल कच्ची घानी, नरिश ब्रांड का पैक्ड रिफाइंड सन फ्लावर ऑयल, पैकिंग यूनिट के स्टोरेज टैंक से रिफाइंड सन फ्लॉवर ऑयल, नरिश ब्रांड का सेंधा नमक, पैक्ड सरसों का तेल कच्ची घानी (बैल कोल्हू ब्रांड), नरिश ब्रांड के प्रीमियम टी, सरसों का तेल खुला (पैंकिग यूनिट के स्टोरेज टैंक से) समेत आठ नमूने जांच के लिए भरे गए। आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत के बाद फैक्ट्री प्रबंधन में खलबली मच गयी, आईजीआरएस पर शिकायत होने के बाद सहायक खाद्य आयुक्त भी कार्यवाही करने को मजबूर हो गए। हालांकि अमूमन खाद्य टीमें बीएल एग्रो फैक्ट्री में खाद्य पदार्थों के नमूने नहीं भरती हैं, लेकिन आईजीआरएस पर हुई शिकायत का निस्तारण भी फर्जी नहीं हो सकता था। इस वजह से मजबूरन भारी मन से खाद्य टीमों का वहां जाना पड़ा और उन्होंने सैंपल लिए। बीएल एग्रो चेयरमैन घनश्याम खंडेलवाल से जब मीडिया ने जानकारी चाही तो बताया गया कि वे काम के सिलसिले में शहर से बाहर हैं और उनको प्रकरण की जानकारी नहीं है।