निकाय चुनाव : संजीव सक्सेना बने आंवला के पालिकाध्यक्ष आँवला। भाजपा के संजीव सक्सेना आंवला नगर पालिका के चेयरमैन बन गये। उन्होंने सपा के पूर्व चेयरमैन सैयद आबिद अली को 386 मतां से हराकर पालिकाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा कर लिया। 4 चरणों की मतगणना में भाजपा शुरू से ही आगे रही, वहीं सैयद आबिद अली ने अन्तिम चरण क भाजपा का जमकर मुकाबला किया।

भाजपा को 10 वर्ष के बाद फिर से नगर पालिका पर कब्जा मिला है। इससे पहले 2006 में भाजपा के टिकट पर सियाप्यारी ने जीत हासिल की थी, बाद में वह सत्ताधारी पार्टी के बसपा के साथ चली गई थी।

कांग्रेस से भाजपा तक का संजीव का सफर

कभी कांग्रेसी रहे संजीव सक्सेना अब भाजपा के नगर पालिका के चेयरमैन हैं। संजीव ने अपनी राजनीति की शुरूआत कांग्रेस से की थी बाद में वह भाजपा मे आ गए। 2001 में संजीव सक्सेना ने पालिका सभासद का चुनाव भी जीता था। संगठन में वह नगर महामंत्री, नगर अध्यक्ष व जिला महामंत्री रहे हैं एवं वर्तमान में जिला उपाध्यक्ष हैं। धर्मपाल सिंह के सबसे ज्यादा नजदीकी संजीव सक्सेना पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं। उनको उनके समर्पण का ही फल मिला है कि वह आज आंवला नगर पालिका के चेयरमैन है।

23 से मात्र 4 सभासद ही जीते

आंवला। जहां कशमकश की लड़ाई में भाजपा ने आवंला नगर पालिकाध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया वहीं उसने 25 में से मात्र 4 वार्डो पर ही भगवा लहराया है। भाजपा ने 23 सभासद पद के प्रत्याशियों को टिकट दिया था। दो में पार्टी ने निर्दलीय को समर्थन दिया था परन्तु पार्टी के मात्र 4 सभासद ही चुनाव जीते। वहीं 21 वार्डों में निर्दलीय चुनाव जीते है।

हिजामं के नगर अध्यक्ष ने जीता चुनाव

हिन्दू जागरण मंच के नगर अध्यक्ष रामवीर प्रजापति ने अपने वार्ड से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता है। 2012 में उन्होंने इसी वार्ड से निर्दलीय के रूप में चुनाव जीता था।

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