संस्कार भारती बरेली। संस्कार भारती ने रोटरी भवन में शनिवार को सम्मान समारोह एवं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें हरिशंकर सक्सेना की पुस्तक ‘संवेदना कलश‘ और सीएल प्रजापति रचित ‘मोदी हैं कमाल के‘ का लोकार्पण किया गया। साथ ही हिन्दी के छह प्रसिद्ध कवियों का सम्मान किया गया।

सम्मानित किये गये कवियों में बीसलपुर के निरंजन स्वरूप नगाइच, नयी दिल्ली के आलोक यादव, झांसी के बलराम सोनी, इटावा के डा. राजीव राज, कासगंज के डा. अजय अटल और बरेली के रमेश विकट शामिल रहे। इन सभी को शाॅल ओढ़ाकर, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह के बाद इन सभी ने अपनी रचनाओं से समां बांधा।

संस्कार भारती इन कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से ‘आदमी में खोती जा रही आदमियत‘ पर चिन्ता दिखायी तो खिलखिलाता बचपन, अल्हड़ जवानी के बाद चिन्तित बुढ़ापा के दर्शन कराये। तो किसी ने कश्मीर में पत्थरबाजी पर देश की व्यथा पेश की। इतना ही नहीं नवगीत और सौन्दर्य की कविताओं ने भी जमकर तालियां बटोरीं। इसके अलावा ‘राम के अस्तित्व‘ पर सवाला उठाने वालों को भी मुंहतोड़ जवाब दिया गया। काव्यपाठ करने वालों में सम्मानित हुए कवियों के अलावा डा. महाश्वेता चतुर्वेदी, आचार्य देवेन्द्र देव, हरिशंकर सक्सेना आदि शामिल रहे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता ऋषि कुमार शर्मा ने की। संचालन डा. रंजन विशद ने किया। इस अवसर पर डा. मोनिका अग्रवाल, डा. किरन कैथवाल, महेश मधुकर, रमेश गौतम, दीप्ति पाण्डेय नूतन, रोहित राकेश, निरुपमा अग्रवाल, मुरारी लाल सारस्वत, डा. नितिन सेठी और उमेश चंद्र गुप्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन वंदेमातरम से हुआ।

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