आंवला (बरेली)। तहसील क्षेत्र के ग्राम मनौना में पिछले दिनों मस्जिद के सामने की नाली में गंदे पानी के निकास का मामला आज गुरुवार को सुलझ गया। एसडीएम ने दोनों पक्षों से बातचीत करके जल निकासी पूर्व की भांति कराने का फैसला किया।
बता दें कि क्षेत्र के गांव मनौना में पिछले दिनों निर्माणाधीन सड़क पर नाली के पानी के बहाव को लेकर दो पक्ष एक-दूसरे के सामने आ गए थे। आज उपजिलाधिकारी ममता मालवीय ने हलका इंचार्ज राजकुमार, लेखपाल अवधेश कुमार के साथ आज मौके पर पहुंचकर दोनो पक्षों से बातचीत की।
ये किया फैसला
उपजिलाधिकारी ने विवादित स्थल पर नाली का बहाव न कर पूर्व की भांति ही नाली में गंदे पानी का बहाव करने की बात कही। फैसला किया कि सड़क निर्माण से पहले जिस दिशा में जिन घरों की नाली के पानी का बहाव जाता था जल निकासी उसी तरह रहेगी। उन्होंने विवादित स्थल पर नाली न बनाने के निर्देश दिये। साथ ही सड़क के दोनों ओर नाली बनाने के निर्देश दिये।
ये रहे मौजूद
उन्होंने ग्राम प्रधान एवं अधीनस्थों को गहनता से सड़क निर्माण स्थल पर मौजूद रहकर कार्य पूर्ण कराने को कहा। इस अवसर पर पूर्व प्रधान अजय पुरी, बबलू सिंह, जयदीप पारासरी, अर्पित गोस्वामी, रामकिशोर पाठक, आयेन्द्र चौहान, गगन पाठक, इश्त्याक हाजी, पीयूश सिंह, सुखलाल, होरीलाल, सुरेन्द्र सिंह, नन्ने सिंह, व दूसरे पक्ष के प्रधानपति न्याज अहमद पप्पू, सरफराज कोटेदार, आबिद पोस्टमैन, बाबू मुख्त्यार, शमशेर फारूख आदि मौके पर मौजूद रहे।
ज्ञातव्य हो सोमवार को पालिका चेयरमैन संजीव सक्सेना ग्राम में पहुंचे थे तथा दोनो पक्षों से आपसी बातचीत कर मामला निपटाने का प्रयास किया था। मामला न निपटने की दशा में वह ग्रामवासियों के साथ उपजिलाधिकारी से मिले। वहीं दूसरे पक्ष के लोग भी ग्राम प्रधान पति न्याज अहमद के साथ मिले। मामला दो समुदाय का होने से प्रशासन निरन्तर कड़ी निगरानी रख रहा था।