बरेली, 12 जून। कचहरी स्थित बार सभागार में आरक्षण मुक्त भारत विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया। आयोजन आरक्षण मुक्त भारत मंच ने किया था। सेमिनार में देश भर से आये अतिथियों ने एक स्वर से राष्ट्र के विकास में आरक्षण को बाधक बताया। सभी ने मिलकर आरक्षण समाप्त किये जाने के लिये एक साझा रणनीति बनाई।
कनार्टक से एम नागराज, बलदेव चन्द्र पंजाब, चैथमल भगेरिया राजस्थान, यूएस राना दिल्ली, रोहिला शर्मा, शराद ़ित्रवेदी, प्रमोद हितैशी गाजियाबाद, अरूणेश मिश्रा लखनऊ, अमलेश पाण्डेय गोरखपुर, डा. संजयन त्रिपाठी अलीगढ़, डा.पीपी गुप्ता, कौशल किशोर उपाध्याय, शाहजहांपुर से राकेश पाण्डेय, राजीव त्रिपाठी पीलीभीत आये और विचार रखे। आरक्षण समाप्त के लिये एक साझा राणनीति बनाई।
इस अवसर पर जातिगत आरक्षण राष्ट्र के लिए घातक विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता की गई। विजयी प्रतिभागियों को पुस्कृत किया गया। सीनियर तथा जूनियर दोनों वर्गों के प्रथम विजेता को इक्कीस सौ रूपये, द्वितीय पुरस्कार पन्द्रह सौ, तृतीय पुरस्कार के रूप में ग्यारह सौ रूपये नकद दिये गये। इसके अलावा तीस लोगों को सत्वना पुरस्कार दिया गया। सभी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम संयोजक त्रिभुवन शर्मा ने कहा कि जातिगत आरक्षण अब देश का विकास नहीं विनाश की दिशा में काम कर रहा है। आरक्षण मुक्त भारत के संयोजक डा. डीएन शर्मा के कहा जाति आरक्षण समाज को बांटने का काम कर रहा है, जिससे समाजिक भावना को भी खतरा उत्पन हो रहा है। इसलिए देश में समाजिक समरसता के संरक्षण के लिए जातिगत आरक्षण तत्काल समाप्त होने की आवश्यकता है। इसी उद्देश्य को लेकर एक रणनीति बनाई है। सभी लोग एकजुट होकर काम करेंगे।