बरेली, 28 सितम्बर। हिन्दी के जाने-माने कवि, शिक्षक और वरिष्ठ पत्रकार वीरेन डंगवाल का सोमवार तड़के निधन हो गया। वे पिछले सप्ताह से एसआरएमएस अस्पताल में भर्ती थे, जहां आज सुबह 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वीरेन डंगवाल 68 वर्ष के थे।
शाम को उनकी अंत्येष्टि यहां सिटी श्मशान भूमि पर की गयी। उनके अंतिम संस्कार में मानो शहर ही उमड़ पड़ा था। अमर उजाला समूह के अध्यक्ष राजुल माहेश्वरी, दैनिक जागरण के मुख्य महाप्रबंधक ए.एन.सिंह, शहर विधायक डा. अरुण कुमार, बिथरी विधायक वीरेन्द्र सिंह, डा. प्रमेन्द्र माहेश्वरी, रोहित मूना, भारत भूषण शील, गुलशन आनन्द एवं बड़ी संख्या में पत्रकारों समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
साहित्यिक जगत में वे वीरेन दा के नाम से मशहूर थे। वीरेन दा की रुचि कविताओं के साथ-साथ कहानियों में भी रही। वे अमर उजाला के पूर्व संपादक थे।
उत्तराखंड के टेहरी गढ़वाल में जन्में वीरेन दा ने पाब्लो नेरुदा, बर्तोल्त ब्रेख्त, वास्को पोपा, मीरोस्लाव होलुब, तदेऊश रोजविच और नाजिम हिकमत की दुर्लभ कविताओं के अनुवाद भी किए हैं। वीरेन दा की कविताओं का अनुवाद बांग्ला, मराठी, पंजाबी, अंग्रेजी, मलयालम और उड़िया में हुआ है। उनका पहला कविता संग्रह 43 वर्ष की उम्र में आया था।
वीरेन दा को इनके दूसरे कविता संकलन ‘दुष्चक्र में सृष्टा’ के लिए 2004 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया था। वीरेन हिन्दी दुनिया की नई पीढ़ी के सबसे चहेते और आदर्श कवि रहे हैं। वीरेन दा ने बरेली कॉलेज में हिन्दी का अध्यापन कार्य भी किया और शौकिया पत्रकार भी रहे। वो लंबे समय तक अमर उजाला के समूह सलाहकार थे।
उपजा ने अर्पित की श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा) ने वरिष्ठ पत्रकार श्री वीरेन डंगवाल के निधन को पत्रकारिता एवं साहित्य जगत के लिए एक अपूर्णनीय क्षति बताया है। उपजा के सदस्यों ने सोमवार शाम एक शोकसभा आयोजित कर श्री डंगवाल को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर अध्यक्ष पवन सक्सेना, प्रांतीय उपाध्यक्ष निर्भय सक्सेना, महामंत्री फिरासत हुसैन, उपाध्यक्ष विशाल गुप्ता, प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य दिनेश पवन, सुनील सक्सेना, प्रशान्त रायजादा, संजीव गंभीर, गुरविन्दर सिंह, सुभाष चैधरी, जनार्दन आचार्य, भानु भारद्वाज, पुत्तन सक्सेना, अजय मिश्रा, अंकित कुमार, आर.बी. लाल, धर्मेन्द्र सिंह समेत अनेक पत्रकार साथी मौजूद रहे।
इसके अलावा उत्तरायणी जनकल्याण समिति के देवेन्द्र जोशी, पीसी पाठक, डा. मनोज काण्डपाल, माधवानन्द तिवारी आदि ने भी श्री डंगवाल को श्रद्धासुमन अर्पित किये।
photo अमर उजाला.काम से साभार