बदायूं #BareillyLive. उझानी क्षेत्रान्तर्गत कछला गंगा तट पर मंगलवार को कासगंज जनपद के एक ही परिवार के आधा दर्जन बच्चे गंगा में स्नान करते वक्त डूब गए। शोर-शराबा होने पर जुटे गोताखोरों ने तीन युवतियों समेत पांच को जीवित गंगा के जल निकाल लिया लेकिन एक किशोर पानी में लापता हो गया।
हादसे के बाद परिजनों ने किशोर की तलाश में लाहपरवाही का आरोप लगाते हुए बरेली-मथुरा हाइवे पर जाम लगा दिया जिसे उपजिलाधिकारी और सीओ उझानी ने पहुंचकर पीड़ित परिवार को समझाबुझा कर खुलवा दिया।
पुलिस ने किशोर की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुला कर गंगा नदी में उतारा लेकिन देर शाम तक गंगा में लापता हुए किशोर का कोई पता नहीं चल सका है।
कासगंज जनपद के मोहल्ला गणेश कालोनी निवासी धर्मेन्द्र शर्मा का परिवार मंगलवार को कछला स्थित मां भागीरथी के तट पर आया था। बताते हैं कि परिवार के बच्चे 12 वर्षीय पीयूष, 18 वर्षीय रिया, 13 वर्षीय सिया, 18 वर्षीय पायल के अलावा अभिषेक वशिष्ठ और गौरव सक्सेना नामक किशोर कासगंज छोर पर गंगा में स्नान कर रहे थे।
बताते हैं कि स्नान करते वक्त सभी बच्चे अचानक गंगा में डूबने लगे। डूबते बच्चों पर उनके परिजनों की नजर पड़ी तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। इस पर आसपास मौजूद गोताखोर आ गए और वह गंगा में कूद गए। गोताखोरों ने पांच बच्चों को जीवित निकाल लिया मगर पीयूष का काफी तलाशने पर भी कोई पता नहीं चल सका।
एक ही परिवार के आधा दर्जन बच्चों के गंगा में डूबने की सूचना पर कछला चौकी पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने भी गंगा में डूबे पीयूष को तलाश कराने के लिए गोताखोरों को गंगा नदी में उतारा। बताते हैं कि पीड़ित परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनके बच्चें को तलाशने में लाहपरवाही बरती जा रही है। इसी को लेकर उन्होंने बरेली मथुरा हाइवे पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना पर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक के अलावा तहसीलदार, उपजिलाधिकारी और सीओ उझानी पहुंच गए और पीड़ित परिवार को समझाबुझा कर किसी तरह से जाम खुलवाया। अधिकारियों ने गंगा में डूबे पीयूष की तलाश में एसडीआरएफ की टीम को बरेली से बुलवा लिया। एसडीआरएफ के जवानों ने गंगा नदी में उतरकर पीयूष की तलाश शुरू कर दी है।
गंगा में डूबे बच्चों की तलाश में पीएसी एटा की वटालियन भी कछला पहुंच गई है और वह गंगा के जल में पीयूष को तलाश करने में लग गई है।