बरेली। मौसम विभाग की चेतावनी रविवार को सच एक बार फिर सच साबित हुई। देर शाम आयी तेज आंधी ने जिले भर में भारी नुकसान किया। आंधी की प्रचण्डता चार लोगों के प्राण पखेरु उड़ा ले गयी। बड़ी संख्या में बड़े-बड़े पुराने पेड़ धराशायी हो गये। बिजली के अनेक खम्भे, हाईमास्ट लाइट और होर्डिंग्स उखड़कर कर हवा में उड़ गये। जिले भर में ब्लैक आउट हो गया।
बता दें कि राजस्थान से उठे तूफान को लेकर बीती 8/9 मई को चेतावनी दी गई थी। इसके बाद एक दिन पूर्व भी मौसम विभाग ने 13 और 14 तारीख को आंधी और तूफान की आशंका जतायी थी। इसक्रम में आज भी खतरा टला नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार यह कहर जम्मू-कश्मीर और हिमाचल क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के बाद बने वायु मंडलीय दबाव के कारण बरपा। केवल 30 मिनट के इस आंधी-तूफान ने शहर से लेकर गांव तक हर एक की पेशानी पर बल डाल दिये।
70 से 80 किमी प्रति घंटे की गति से चली हवाओं ने सबकुछ उड़ा डाला। बड़े-बड़े पेड़ धाराशायी हो गई। होर्डिग हवा में सूखे पत्ते की तरह उड़ते दिखे। कहीं बिजली के खंभे गिरे, कहीं तार टूटकर सड़क पर बिछ गए। जो जहां था, वहीं रुक गया। इन तेज हवाओं की आवाज ऐसी भयावह थीघरों में बैठे लोगों की सांसें तक अटकने लगीं। लोग अपने परिजनों के हालचाल लेने को एक-दूसरे के फोन घनघनाने लगे। जिन घरों में खिड़कियां या दरवाजे खुले रह गये वहां घरों में रखा बड़ा-बड़ा सामान भी इधर-उधर गिरने और लुढ़कने लगा। वास्तविक क्षति का आकलन सोमवार को हो सकेगा, लेकिन सूचनाओं से लगता है कि चारों ओर बर्बादी का मंजर पसर गया है।
शहर में हुआ ब्लैक आउट
बिजली की लाइनों पर पेड़ गिरने के कारण सप्लाई बाधित हो गई। कई जगह पोल और तार टूट गए। पेड़ों के गिरने से तमाम जगह रास्ते भी बंद हो गए। नगर निगम की टीम रात में ही निकली। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने भी रात को काम्बिंग की। लेकिन हालात बिगड़ते देख कदम पीछे हटाने पड़े। हालांकि तूफान से पहले दोहना पावर हाउस से ही सप्लाई बंद कर दी गई थी, लेकिन पेड़ों के टूटकर गिरने से कई जगह तार टूट गए। दोहना पावर हाउस से निकल रही लाइन पर देवरनिया के पास पेड़ गिर गए। इससे पेड़ों में चिंगारी के साथ आग लग गई। पेड़ों में आग लगने से बहेड़ी की ओर जा रहे वाहनों को रुकना पड़ा। दायी ओर से ही वाहनों का आवागमन हुआ।
शहर विधायक आवास के सामने हाइटेंशन लाइन पर गिरा पेड़
इधर, गांधी नगर में शहर विधायक के आवास के सामने हाइटेंशन लाइन पर पेड़ गिर गया। इससे वहां बिजली का खंभा उखड़ गया। वहां से गुजरने वाले वाहन दूसरी ओर डायबर्ट किये गये। इससेण धर्मकांटा चौराहे के आगे सड़क पर जाम लग गया। कोहाड़ापीर से केडीईएम कॉलेज होते हुए त्रिवटी नाथ मंदिर को आ रही लाइन पर पेड़ गिरने से तार टूट गए। चौपुला चौराहे पर बिजली का खम्भा टूटकर गिर गया। सिविल लाइन में मुख्य डाकघर के पास पेड़ गिरने से एक मोटरसाइकिल दबकर क्षतिग्रस्त हो गई। वीरसावरकर नगर पार्क में दो पेड़ गिरे। शहामतगंज पुलिस चौकी के पास और जीआइसी गेट के सामने पेड़ गिर गया।
पुलिस चौकी में गिरा पेड़, दो सिपाही गंभीर
बंजरिया पुलिस चौकी परिसर में खड़ा पीपल का पुराना पेड़ गिर गया। चौकी के भवन पर पेड़ गिरने से जहां भवन में नुकसान हुआ। वहीं, दो कांस्टेबल घायल सिपाही नवनीत और मिश्रीलाल को तुरंत ही अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां दोनों की हालत खराब बताई जा रही है।
बनी हुई है बारिश की आशंका
पंतनगर स्थित पंडित गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कृषि मौसम विज्ञानशाला के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ. एचएस कुशवाहा का कहना है कि वायु मंडलीय दबाव के बीच हवा में नमी है, जिससे बारिश की आशंका बनी हुई है।
दिल्ली में दस्तक के साथ छा गए थे बादल
चक्रवाती तूफान रविवार को शाम करीब साढ़े चार बजे दिल्ली पहुंचा था। इसके बाद से ही बरेली में मौसम का मिजाज बदलने लगा। शाम ढले आसमान में बादल छाने लगे और इसके तकरीबन एक घंटे बाद धूल भरी तेज आंधी ने अपनी आमद दर्ज करा दी। शुरुआत में हल्की बारिश हुई लेकिन थोड़ी देर बाद बिजली की गड़गड़ाहट के बीच तेज बारिश होने लगी, जो नौ बजे तक होती रही। हालांकि बूंदाबांदी और बिजली की की गड़गड़ाहट रात भर होती रही। तेज हवा भी लगातार चलती रही।