बरेली, 30 अप्रैल। भागमभाग भरी जिंदगी में लोगों के पास सुख के एक से बढ़कर एक साधन तो है लेकिन सुख नहीं है। कम समय में और ज्यादा पाने की लालसा, काम और समाज का बोझ इन सबने मिलकर लोगों को तनावग्रस्त कर दिया है। यदि इस तनाव से छुटकारा पाने का रास्ता सीखना चाहते हैं तो चैपला रोड स्थित रेलवे इंस्टीट्यूट में 2 से 12 मई तक रोजाना सुबह साढ़े छह से आठ बजे पहुंच जाइये। यहां प्रजापिता ब्रहाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा अलविदा तनाव शिविर का आयोजन किया जा रहा है। तनाव के खात्मे का तरीका सिखायेंगी विशेषज्ञ पूनम बहन।
तनावमुक्ति विशेषज्ञा पूनम बहन ने शनिवार को पत्रकारों से बात करके शिविर की जानकारी दी। कहा कि शिविर के माध्यम से आध्यात्मिक बल, खुशी, आनन्द, सम्पूर्ण निरोगी काया, जीवन जीने का स्पष्ट लक्ष्य, सम्बन्धों में मधुरता, सकारात्मक सोच के साथ मनोबल का विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उनका कहना है कि लोगों के जीवन में धनबल, ज्ञानबल एवं बाहुबल तो है लेकिन आध्यात्मिक बल न होने के कारण जीवन से खुशी छिन गई है। हम हंसना ही भूल गये हंै। जीवन अति महत्वकांक्षी हो गया है। व्यक्ति कम समय में अधिक प्राप्त करना चाहता है। फलस्वरूप लोगों का जीवन डिप्रेशन एवं मानसिक तनाव का शिकार होता जा रहा है। इसका परिणाम है गंभीर बीमारियों जैसे डायबिटीज, ब्लडपे्रशर, हृदय रोग आदि।
पूनम बहन इस शिविर के माध्यम से यह बताएंगी कि आध्यामिकता को अपने जीवन का हिस्सा अनाकर कैसे वर्तमान परिवेश में एक सम्पूर्ण स्वस्थ्य निरोगी एवं निश्चित जीवन जिया जा सकता है। शिविर का शुभारम्भ 1 मई को सायं 6 बजे किया जायेगा।
कार्यक्रम के पहले दिन-शुभ भावना दिवस, द्वितीय दिन-खुशी की अनुभूति, तृतीय दिन आत्म अनुभूति, चतुर्थ दिन-मनोबल की अनुभूति, पांचवे दिन ब्रह्माण्ड की सैर, छठे दिन-गहन ईश्वरीय अनुभ्ूाति, सातवें दिन शक्तियों की अनुभूति, आठवें दिन- आंतरिक शांति की अनुभूति(शांति यात्रा) नवें दिन आनंद की अनुभूति आदि। उन्होंने बताया कि द्वितीय दिन-खुशियों का महोत्सव, चतुर्थ दिन- परिवर्तन महोत्सव, छठवें दिन आनन्द उत्सव, नवें दिन विश्व सद्भावना दौड़, दसवें दिन अलौकिक जन्मोत्सव व ग्यारहवें दिन महा विजय उत्सव का आयोजन किया जायेगा।