नई दिल्ली देश के प्रमुख औद्योगिक संगठन भारतीय उद्योग परिसंघ (CII, सीआईआई) ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी लाने के लिए औद्योगिक गतिविधियों को सीमित करने सहित मजबूत देशव्यापी कदम उठाए जाएं। सीआईआई के अध्यक्ष उदय कोटक ने सोमवार को कहा, “इस समय लोगों का जीवन बचाने के लिए संक्रमण की चेन को तोड़ना महत्वपूर्ण है।”

उदय कोटक ने एक बयान में कहा, “केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा आपातकालीन आधार पर स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे और आपूर्ति को बढ़ाने के लिए काम हो रहा है लेकिन इसमें समय लगेगा। इस महत्वपूर्ण मोड़ पर, जब लोगों का जीवन संकट में है, सीआईआई आर्थिक गतिविधियों को सीमित करने सहित मजबूत देशव्यापी कदम उठाए जाने की मांग करता है।”

कोटक ने आगे कहा, “मरीजों की भारी भीड़ को संभालने में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स अपना बेहतर दे रहे हैं लेकिन मौजूदा हेल्थकेयर स्टाफ की उपलब्धता के साथ बढ़ते हुए संक्रमण के मामलों को मैनेज करना संभव नहीं है। हमें इस पर भारत और विदेशों के विशेषज्ञों की सलाह की आवश्यकता है। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए उच्चतम प्रतिक्रिया उपाय किये जाने की जरूरत है और उस समय का उपयोग तेजी से क्षमता को बढ़ाने में हो।”

सीआईआई ने साथ ही कुछ उपाय भी सुझाए, जिनमें रसद, इंफ्रास्ट्रक्चर और अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए सशस्त्र बल और केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती, रिटायर्ड मेडिकल स्टाफ से मदद लेने तथा राज्यों को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन सप्लाई करना शमिल है।

सीआईआई ने सलाह दी कि जिन नर्सिंग और मेडिकल स्टूडेंट्स ने GNM/BSC ट्रेनिंग पूरी कर ली है और जो परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं, उन्हें इसमें लगाया जा सकता है। कोविड आईसीयू कार्य के एक साल बाद इसे भविष्य में क्रेडिट्स के रूप में गिना जा सकता है। सीआईआई ने आरटी-पीसीआर (RT-PCR) जांच को शहरी और ग्रामीण भारत में मौजूदा स्तर से दोगुना करने के भी मांग की है।

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