बरेली। भारतीय सेना के गरुड़ डिवीजन ने यहां जाट रेजीमेण्ट सेण्टर में सेना दिवस और 68वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में भारतीय सेना की गौरव गाथा से लोगों को अवगत कराया। अपनी सेना को जानिये यानि नो योर आर्मी के तहत शुक्रवार को यह आयोजन किया गया था। इस अवसर पर गरुड़ डिविजन के मैदान में सैन्य उपकरणों की प्रर्दशनी के साथ स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये गये। सेना के घुड़सवारों ने रोमांचक प्रदर्शन से सबका मन मोह लिया। मुख्य अतिथि मेजर जर्नल आरके रैना रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ गार्ड आॅफ आॅनर के साथ हुआ। गरुड़ डिविजन ने मैदन में स्टाल लगाकर सैन्य उपकरणों का प्रर्दशन किया। इस प्रदर्शनी को देखने के लिए 15 स्कूलों व 17 कालेजों के छात्र- छात्राओं को आमंत्रित किया गया था। जिज्ञासु छात्र-छात्राओं को सैन्य उपकरणों की जानकारी दी गयी ।इन उपकरणों में सेना के हेलीकाॅप्टर, विभिन्न हथियार शामिल रहे।
इस अवसर पर सेना के बैण्ड ने कर्णप्रिय धुनों से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।एनसीसी के कैडिटों को अच्छी ड्रिल व मार्चपास्ट करने पर पुरस्कृत किया गया। स्कूलों से आये छोटे-छोटे बच्चों ने फिल्मी एवं देश भक्ति गीतों पर नृत्य की प्रस्तुति दी। लगभग 2000 से ज्यादा छात्र छात्राओं ने सैन्य शस्त्रों की प्रर्दशनी को देखा। इस नुमाइश में सेना ने आपदा प्रबन्धन की अपनी क्षमताओं का प्रर्दशन किया। साथ ही दूर संचार प्रणाली, अग्निशमन उपकरणों का प्रर्दशन, छोटे-बड़े शस्त्रों का प्रर्दशन कार्यक्रम के मुख्य आर्कषण रहे।
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए मख्य अतिथि मेजर जनरल रैना ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा-ऐसे आयोजन देश की सेना और जनता के बीच एक पुल का निर्माण करते हैं। उन्होंने गरुड़ डिवीजन की गौरव गाथा के बारे में भी बताया।