ग्रामीण सफाई कर्मचारीआंवला। अपनी शिकायतों को लेकर सफाई कर्मी पालिकाध्यक्ष व ईओ से मिले। काफी देर चर्चा और बहस के बाद मामला निपटा। सफाई कर्मी अपने नेता अनिल अंजाना और दिनेश संतुले के साथ चैयरमेन संजीव सक्सेना और ईओ राजेश कुमार से मिले। इन लोगों का कहना था कि वे इस व्यवस्था की मुखालफत करते हैं कि उन्हें हर माह अपने क्षेत्र के वार्ड मेम्बर से सफाई का प्रमाण पत्र लेना होगा।

कुछ सभासद जान-बूझकर सफाई कर्मियों को परेशान करते है, इससे उनका हौसला बढ़ेगा। पालिकाध्यक्ष ने उनकी बात मानते हुए इस व्यव्स्था को समाप्त कर दिया। इसके अलावा सफाई कर्मियों का कहना था कि सफाई के क्षेत्र असमान हैं। किसी को बड़ा क्षेत्र मिला है तो किसी को छोटा। इस पर चैयरमेन ने बैठककर क्षेत्र को सही कराने को कहा।

बायोमैट्रिक मशीन से ही लगेगी उपस्थिति

बायोमैट्रिक मशीन से हाजिरी लगाए जाने को लेकर सफाई कर्मियों ने कड़ी नाराजगी जताई। इस पर ईओ का कहना है कि स्वच्छता अभियान में यह ब्यवस्था कराई गई है कि बायोमैट्रिक मशीन से हाजिरी लगेगी और उसी अधार पर उनका वेतन बनेगा। इसलिए इस व्यवस्था को आवश्यक रूप से लागू करना पड़ेगा। चैयरमेन ने कहा कि साफ-सफाई से कोई समझौता नहीं है। नगर में दो समय झाड़ू लगवाई जायेगी। लापरवाही पर कठोर कार्यवाही की जायेगी।

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