बरेली। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत एक्टिव केस फाइन्डिंग (एसीएफ) अभियान “टीबी हारेगा-देश जीतेगा” 26 दिसंबर 2020 से 26 जनवरी 2021 तक चलाया जाएगा। एक महीने तक तीन चरणों में चलाए जाने वाले इस अभियान में कोविड-19, टीबी, एचआईवी और मधुमेह का पता लगाने के साथ ही निजी चिकित्सकों को टीबी से संबंधित जानकारी देने का कार्य किया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनीत शुक्ला ने गुरुवार को बताया कि इस अभियान की सफलता के लिए टीमों को जिला स्तर के समन्वयक सीएमओ, एसीएमओ,  डीटीओ और एमओआईसी सुपरवाइज करेंगे।

जिला क्षय अधिकारी डॉ सुधीर कुमार गर्ग ने बताया कि अभियान को तीन चरणों में बांटा गया है। प्रथम चरण में 26 दिसंबर 2020 से एक जनवरी 2021 तक बरेली स्थित एक अनाथालय, दो वृद्ध आश्रमों, दो नारी निकेतनों, एक बाल संरक्षण गृह,  मदरसों, जिला जेल और सेंट्रल जेल में क्षय रोग और कोविड-19 की स्क्रीनिंग की जाएगी। द्वितीय चरण में दो से 12 जनवरी तक शहरी एवं ग्रामीण बस्तियों तथा हाई रिस्क जनसंख्या पर एचआईवी एवं डायबिटीज की स्क्रीनिंग की जाएगी। तीसरे चरण                                         की जाएगी। तीसरे चरण में 13 से 25 जनवरी तक जनपद के निजी चिकित्सकों से संपर्क कर उन्हें टीबी के बारे मे विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

डॉ सुधीर ने बताया कि इस अभियान में 408 टीमें और 81 सुपरवाइजर कार्य करेंगे। एक माह के अभियान में जनपद की 20 प्रतिशत जनसंख्या (करीब 10 लाख की आबादी) की स्क्रीनिंग की जाएगी।

डॉ सुधीर ने बताया कि प्रथम चरण 26 दिसंबर से एक जनवरी तक  लोगों की स्क्रीनिंग के आधार पर कोविड-19 और टीबी की जांच की जाएंगी और रिपोर्ट संभावित मरीजों को दी जाएगी। साथ ही इलाज सुनिश्चित कराया जाएगा। दो से 12 जनवरी तक तीन सदस्यीय टीम में  आशा कार्यकर्ता, आगंनबाडी कार्यकर्ता और एसीएफ (एक्टिव केस फाइन्डिंग) के अधिकारी घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की करेंगे।

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