पहले चीता पुलिस के सिपाही, फिर परसाखेड़ा चौकी प्रभारी के साथ मारपीट की गई। दबंगों ने दोनों की वर्दी भी फाड़ दी। पुलिस पर हमले की सूचना से महकमे में हड़कंप मच गया।
बरेली। उत्तर प्रदेश में पुलिस का इकबाल मानो खत्म हो गया है। बुलंदशहर और गाजीपुर के बाद अब बरेली में बेखौफ दबंगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। मंगलवार देर रात महिला के साथ मारपीट की सूचना पर पहुंची पुलिस पर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया। पहले चीता पुलिस के सिपाही, फिर परसाखेड़ा चौकी प्रभारी के साथ मारपीट की। दोनों की वर्दी भी फाड़ दी। पुलिस पर हमले की सूचना से महकमे में हड़कंप मच गया। इंस्पेक्टर सीबी गंज फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया जबकि अन्य फरार हो गए। इस मामले में पीडि़त महिला और पुलिस की तरफ से हमलावरों पर अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
घटना सीबीगंज थाना क्षेत्र के नदोसी गांव में हुई। आरोप है कि गांव का निवासी रामकिशोर कश्यप शराब के नशे में गांव के ही पप्पू के घर के सामने खड़े होकर उसकी पत्नी के साथ गाली-गलौज कर रहा था। सोमवती ने विरोध किया तो रामकिशोर व उसके परिवारीजन हमलावर हो गए। सोमवती, पप्पू व उनके बच्चों के साथ जमकर मारपीट की जिससे सोमवती घायल हो गई। जानकारी मिलने पर चीता पुलिस का सिपाही सुमित कुमार मौके पर पहुंचा तो रामकिशोर और उसके साथी सुमित से भिड़ गए, जमकर पीटा और वर्दी फाड़ दी। सिपाही पर हमले की सूचना पर परसाखेड़ा चौकी प्रभारी अजय नेगी पुलिसकर्मियों के साथ गांव पहुंचे तो दबंगों ने उन पर भी हमला करते हुए वर्दी फाड़ दी। चौकी प्रभारी की घड़ी भी टूट गई। सूचना थाने तक पहुंची तो हड़कंप मच गया। इंस्पेक्टर सीबीगंज जेपी यादव पुलिस बल के साथ नदोसी पहुंचे और घेराबंदी कर रामकिशोर को गिरफ्तार कर लिया जबकि अन्य हमलावर फरार हो गए।
इस मामले में सोमवती और परसाखेड़ा चौकी प्रभारी अजय सिंह नेगी की ओर से मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। रामकिशोर को अदालत के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।