बरेली लाइव। श्री हरि मन्दिर मॉडल टाउन बरेली में चल रहे 62वें श्री राधाष्टमी महोत्सव के अन्तर्गत प्रसिद्ध भजन गायक कुमार गिरिराज ने भजन सन्धया में भक्त जनों को सराबोर कर दिया। भक्ति रस की ऐसी धुन बजी कि लोग मग्न होकर नृत्य करने लगे। कुमार गिरिराज के भावपूर्ण भजन (1) करूणामयी कृपामयी दयामयीराधे……. (2) आयो सांवरिया सरकार. (3) तेरे खेल निराले वा भई मुरली वाले (4) बरसाने मच गई धूम प्रकटी राधा रानी (5) श्याम प्यारी कुंज बिहारी… (6) जब तक रहे तन में प्राण सांवरे. (7) चरणों का चाकर बना लो बरसाने वाली. (8) मेरी मन लागो बरसाने में.. (9) श्री राधे राधे राधे राधे..आदि भजनों पर भक्त जन झूम उठे।

प्रातः कालीन सत्र में आचार्य सुनील शास्त्री ने कहा कि मनुष्य अपने द्वारा किये गये कर्मों का फल जन्म जन्मान्तर में भोगता है आज सब सुखी नहीं है मनुष्य के अच्छे कर्म सुख बनकर आते हैं। महाभारत का उदाहरण देते हुये कहा कि धृतराष्ट्र अंधे थे उन्हें पिछले जन्म के गलत कर्म के कारण अंधा होना पड़ा। उन्होंने पूर्व जन्म में एक टिड्डी कीडे की आँखे बबूल के काटे से फोड़ी थी परिणाम स्वरूप उसी कर्म से वो नेत्रहीन हुये। भीष्म पितामाह गंगा के पुत्र होने पर भी उन्हें पिछले जन्म के गलत कर्म का फल भोगना पड़ा। कहा कि मनुष्य को कभी भी गलत कर्म नहीं करने चाहिये भगवान का भजन, मनन चिंतन करना चाहिये। अपना जीवन सार्थक करना चाहिये।

अन्त में मन्दिर समिति के सचिव रवि छावड़ा ने बताया कि 3 सितम्बर की भजन सन्धया में कुमार गिरिराज अपनी मधुर वाणी से भक्तो को सरावोर करेंगे। पानीपत से श्री श्री108 कान्ता देवी जी महाराज भी शुभाशीष प्रदान करेंगी।

आज के कार्यक्रम में श्री हरि मन्दिर के अध्यक्ष सतीश खट्टर, सचिव रवि छावड़ा, सुशील कुमार, संजय आनन्द, योगेश ग्रोवर, रन्जन कुमार, कुलसंजीव राय, अनिल चड्डा, विनय आहूजा, राजेश अरोरा, गोविन्द तनेजा, दीपक साहनी, डा० विनोद पागरानी, अनुराग शर्मा एवं महिला सेवा समिति की अध्यक्षा रेनू छावड़ा, कन्चन अरोरा, नीलम साहनी, नेहा आनन्द, नीलम लुनियाल, मीरा कथूरिया, अलका छावड़ा, निशा लख्यानी, सीमा तनेजा, ज्योति खुराना, रजनी लूथरा, विमल सोंधी आदि रहे।

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