BareillyLive : दीपावली पर्व के पहले दिन भगवान कुबेर की पूजा – अर्चना की जाती है, इस दिन आभूषण, बर्तन, वाहन आदि खरीदना शुभ मानते हैं, इसके साथ मिठाई की खरीदारी भी खूब होती है। साथ ही साथ घर को सजाने संवारने की वस्तुएँ भी बहुत ख़रीदी जाती हैं। कोविड-19 के बाद यह दूसरा साल है जब शहर में विभिन्न क्षेत्रों में क्षेत्रवासियों ने जमकर खरीदारी करी है। दिवाली पर श्री गणेश लक्ष्मी का पूजन बिना मिठाई के पूरा नहीं होता है। प्रथम पूज्य गजानन और मां लक्ष्मी को भोग लगाने के लिए इस पर्व पर दीये, खील, खिलौने, गणेश लक्ष्मी की मूर्तियों की तरह ही मिठाई खरीदना अनिवार्य है। इस रस्म की वजह से दिवाली पर मिठाइयों की बिक्री सर्वाधिक हो रही है। पुलिस प्रशासन द्वारा शहर में रूट डायवर्ट कर दिया गया ताकि क्षेत्रवासियों को कोई भी असुविधा ना हो, जगह जगह पर पुलिस प्रशासन द्वारा बैरिकेडिंग कर दी गई ताकि चार पहिया और ई रिक्शा चालक मार्केट एरिया में ना जा सके और शहर की जनता को जाम का सामना ना करना पड़े।

आभूषणों की भी कल खूब बिक्री हुई, दीप ज्वेलर्स के सर्वेश रस्तोगी ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आभूषणों की बिक्री खूब हुई है, धनतेरस के दिन भगवान लक्ष्मी और भगवान गणेश जी के चांदी के सिक्के लोग खरीदते हैं इसे घर पर लाना शुभ माना जाता है। साथ ही साथ चांदी के चम्मच, कटोरी, गिलास व अन्य समान खूब खरीदा जा रहा है, हम हर खरीद पर खरीददारो को डिस्काउंट भी दे रहे हैं।

मिठाई विक्रेता दुर्गा स्वीटस से सुमित गोयल ‘विक्की’ बताते हैं कि दिवाली के बाजार में परंपरागत मिठाइयों की मांग सबसे ज्यादा है। गणेश लक्ष्मी एवं देवों को भोग लगाने के लिए बेसन के लड्डू, सोनपपड़ी, मोतीचूर के लड्डू, मेवा के लड्डू, रसगुल्ला, छेना, गुलाब जामुन, बर्फी, बालूशाही की बिक्री खूब हो रही है। बाजार में मौजूद सभी तरह की मिठाइयां हमारे यहां मिल रही हैं। इनमें सबसे ज्यादा मांग हमारे यहां पतीसा (सोनपपड़ी) और मोतीचूर के लड्डू की हो रही है। मिक्स मिठाइयों की भी लोग इकट्ठी खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा नामी दुकानों पर काजू कतली, पतीसा, काजू एवं अन्य ड्राई फ्रूट से बनी मिठाइयों की भी जोरदार मांग है। मिठाइयों की खरीदारी करने के लिए सभी दुकानों पर ग्राहकों की लाइनें लग रही हैं। ऐसे में इस साल मिठाइयों का बाजार खासा अच्छा रहने की उम्मीद है।

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