बरेली : अतिक्रमण विरोधी अभियान में गुरुवार को नगर निगम की टीम बाकरगंज पहुंची। कूड़े के पहाड़ के बगल में बसे खड्ड की जमीन दस्तावेजों में निगम की है। इसलिए वहां अवैध रूप से बनी झोपड़ी और मकानों को तोड़ना शुरू कर दिया।

नगर निगम की टीम देखते ही बस्ती वाले इकट्ठा हो गए। वहां रहने वाले दो परिवारों में बेटियों की शादी है। उन लोगों ने कहा कि एक सप्ताह में शादी कर दें, इसके बाद कार्रवाई कर दी जाए। इसके बावजूद टीम नहीं रुकी तो महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया।

बेटियों की शहनाइयों की गुहार महापौर तक

महापौर कार्यालय तक पहुंच गईं। आखिर बेटियों की शहनाइयों की गुहार पर महापौर ने शादी होने तक मकान न तोड़े जाने की मोहलत दे दी। इसके बाद खुद ही घरों को खाली कर दूसरी जगह जाना होगा।

जेसीबी के आगे आईं महिलाएं

नगर निगम की जेसीबी जैसे ही बस्ती के किनारे वाले घर के सामने पहुंची तो दो बहनें इरम व बुशरा मशीन के आगे डट गईं। घर में कोई पुरुष न होने पर सामान निकालने और घर खाली करने से इन्कार किया। हंगामा शुरू कर दिया। पूरी बस्ती के लोग, महिलाएं इकट्ठा हो गए। तब दस्ते को मशीन वापस लेनी पड़ी।

बटलर के सामने से हटाए खोखे

बाकरगंज में करीब एक दर्जन घरों को मोहलत मिलने के बाद लौटे अतिक्रमण हटाने वाले दस्ते ने चौकी चौराहा पर बटलर प्लाजा के सामने रखे खोखे हटवाए। तीन खोखे ध्वस्त कर दिए जबकि एक काउंटर जब्त कर लिया।

छोड़े गए इनके घर

मुहलत मिलने पर कमरीन निशा, अनीस, आबिद अली, रोशन जहां, रुकसान, शमशुल निशा, बाबू हसन, जरीना, राबीना के घरों को फिलहाल छोड़ दिया।

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