प्रयागराज। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की आपत्ति के बाद उनके घर की तरफ से मस्जिद के लाउडस्पीकर हटा दिये गए हैं। कुलपति ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मस्जिद के लाउडस्पीकर से सुबह के समय होने वाली अजान की आवाज से नींद में खलल की बात कहते हुए कार्रवाई के लिए कहा था। इस बीच पता चला है कि प्रो संगीता श्रीवास्तव के पत्र के बाद पुलिस ने मस्जिद के मुतवल्ली को निर्देश दिया था कि हाईकोर्ट के आदेश के क्रम में अजान के दौरान लाउडस्पीकर की आवाज को कम किया जाए। एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि मस्जिद के मुतवल्ली को निर्देश दिया गया है कि हाईकोर्ट की ओर से निर्धारित डेसीबल तक ही लाउडस्पीकर की आवाज रखी जाए, ताकि किसी को परेशानी न हो।
क्लाइव रोड स्थित लाल मस्जिद की इंतजामिया कमेटी के सदस्य मोहम्मद कलीम ने बुधवार को कहा कि हम लोग एक ही समाज में रहते हैं। कुलपति जी ने अगर हमें पहले ही बता दिया होता तो हम आवाज़ कम कर देते। उनको परेशानी न हो इस बात का ख्याल रखा जाएगा। उनके घर की तरफ लगे स्पीकरों की दिशा बदल दी गई है। आवाज भी पचास फीसदी कम कर दी गई है। अगर किसी को दिक्कत होती है तो उसे और कम कर देंगे। मस्जिद कमिटी ने बताया कि पहले मीनार पर चार लाउडस्पीकर लगे थे। जिला प्रशासन से अनुमति न होने के कारण दो लाउस्पीकर पहले ही हटा लिए गए थे। अभी दो ही लाउस्पीकर लगे हैं। कुलपति की आपत्ति के बाद दोनों लाउडस्पीकर की आवाज 50 प्रतिशत घटा दी गई है। अब अजान की आवाज उनके घर तक नहीं जाएगी।
प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने प्रयागराज के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर लाउडस्पीकर से होने वाली अजान की आवाज से नींद में खलल की बात करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। कुलपति ने जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा कि रोज सुबह लगभग साढ़े पांच बजे उनके आवास के समीपवर्ती मस्जिद से लाउडस्पीकर पर होने वाली अजान से उनकी नींद इस तरह बाधित हो जाती है कि उसके बाद तमाम कोशिश के बाद भी वह सो नहीं पाती हैं। इसकी वजह से उन्हें दिनभर सिरदर्द बना रहता है और कामकाज भी प्रभावित होता है। पत्र में आगे लिखा गया है कि एक पुरानी कहावत, “आपकी स्वतंत्रता वहीं खत्म हो जाती है जहां से मेरी नाक शुरू होती है”, यहां बिल्कुल सटीक बैठती है। कुलपति ने पत्र में यह भी स्पष्ट किया है कि वह किसी सम्प्रदाय, जाति या वर्ग के खिलाफ नहीं हैं। वह अपनी अजान लाउडस्पीकर के बगैर कर सकते हैं जिससे दूसरों की दिनचर्या प्रभावित न हो। आगे ईद से पहले सहरी की घोषणा भी सुबह चार बजे होगी। यह भी उनके और दूसरों की परेशानी की वजह बनेगा।
प्रो श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी भानुचंद गोस्वामी को लिखे शिकायतदी पत्र की प्रति मंजलायुक्त संजय गोयल, आइजी पुलिस कवींद्र प्रताप सिंह, और एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी को भी भेजी थी।