श्री हरि मंदिर बरेली में नौ दिवसीय भव्य श्री राम कथा का आज अष्टम दिवस श्री हरि मंदिर मॉडल टाऊन बरेली में चल रही नौ दिवसीय श्री राम कथा के अष्टम दिवस मंदिर प्रबंध समिति सचिव रवि छाबड़ा द्वारा दीप प्रज्वलित एवं सदस्यों द्वारा कथा व्यास हनुमत कृपा प्राप्त सन्त पंडित श्री बृजेश पाठक जी का समिति की तरफ से माल्यार्पण कर आज की श्री राम कथा की शुरुआत हुई।
मॉडल टाउन स्थित श्री हरि मंदिर में आयोजित नवदिवसीय श्री राम कथा के आठवें दिन कथा व्यास पंडित बृजेश पाठक ने कहा यद्यपि हमारे धर्म ग्रंथो में निर्भयता को बहुत महत्व दिया गया है! गीता में निर्भयता भक्त का प्रथम लक्षण बताया गया है ! लेकिन यदि व्यक्ति भगवान से भी निर्भय हो जाएगा तब तो उसकी भक्ति कलंकित हो जाएगी! जीवन भ्रष्ट हो जाएगा ! है अतः जीवन में ईश्वर का भय परम आवश्यक है ! आज समाज में जो भ्रष्टाचार कदाचार दिखाई देता है इसका एक कारण यह भी है कि व्यक्ति के जीवन में ईश्वर का भय नहीं रह गया है ! ईश्वर का भय व्यक्ति को पाप कर्मों से रोकता है, उसे नियंत्रित करता है! रामायण में लक्ष्मण जी किसी से नहीं डरते हैं पर प्रभुराम से डरते हैं इसका सीधा सा अर्थ है जो भगवान से डरता रहेगा उसे फिर संसार में डरना नहीं होगा !इसलिए मन में ईश्वर का भय बना रहना चाहिए !
पंडित बृजेश पाठक ने कहा कि विलक्षण बात है संसार में जब हमें कोई डराता है तो हम उससे दूर भागते हैं, लेकिन भगवान का डर भगवान के चरणों में लाता है जिससे व्यक्ति का जीवन सुंदर बनता है! मंदिर सचिव रवि छाबड़ा ने बताया कि कथा व्यास श्री बृजेश पाठक जी लगभग पिछले 35 वर्षों से श्री हरि मंदिर बरेली में जून के महीने में कथा का व्याख्यान करते है, यह हम सब बरेली वालों का परम सौभाग्य है कि महाराज जी प्रत्येक वर्ष यह पधारने की स्वीकृति दे कर हम सब को धन्य करते है। कथा आज 9 जून तक शाम को 8 बजे से 9.15 बजे तक होगी। कथा के समापन पर सभी भक्तों में भंडारा का प्रसाद वितरित किया गया। आज की कथा में मुख्य रूप से सुशील अरोरा, रवि छाबड़ा, अश्विनी ओबेरॉय, रंजन इलावादी, संजीव अरोरा, राजेश अरोरा, हरीश लुनियाल आदि उपस्थित रहे।