BareillyLive, अखिलेश सक्सेना। बरेली में नैनीताल- पीलीभीत रोड को जोड़ने वाला गुलाबनगर- केलाबाग लिंक मार्ग अब पैदल चलने लायक भी नहीं बचा है। मंगलवार को ठेकेदार रेता-पत्थर डालकर बचा-खुचा रास्ता भी बंद कर गया। नतीजा यह कि निर्माण सामग्री नालियों में जाने लगी और नालियों का पानी सड़कों पर। लोग काम-धंधे और बच्चे स्कूल को गिरते-पड़ते निकलने के लिए जूझ रहे हैं।
गुलाब नगर के बाशिंदों का कहना है कि नागरिकों को परेशानी में डालने वाले आनंद ले रहे हैं। लोगों की दुश्वारियों की वजह से न तो किसी जिम्मेदार मुलाजिम की तनख्वाह कम हो रही है और न ही ठेकेदार का मुनाफा।
वैसे तो इन दिनों सारा शहर खोदकर डाल दिया गया है। कहीं नगर निगम खोद रहा है तो कहीं जलनिगम। पीडब्ल्यूडी भी निर्माण के नाम पर जहां-तहां रास्ते रोक रहा है। सारे काम एक साथ चल रहे हैं। इस अनियोजित विकास की नाकेबंदी में नागरिक मोहल्लों में सिमट कर रह गए हैं। अब मुहल्लों में भी नागरिकों को चैन नहीं मिल रहा। सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना बड़े और सबसे पुराने मुहल्ले गुलाबनगर के लोगों को करना पड़ रहा है।
बता दें कि गुलाबनगर में तीन पार्षद राज कर रहे हैं। यानि यह इलाका वार्ड 66, 42 और 63 से घिरा हुआ है। यहां गुलाबनगर बजरिया चौराहे से रानी साहब फाटक चौराहे तक अति व्यस्त सड़क को करीब आठ माह पहले सीवर डालने के लिए खोदा गया था। अभी तक इसे बनाकर नागरिक सुविधा बहाल करने की सुधि किसी को नहीं है।
दो दिन पहले ठेकेदार ने सड़क पर रेता और पत्थर डाला तो लोगों को लगा अब आवागमन की कठिनाई से निजात मिल जाएगी, लेकिन ठेकेदार सड़क बनाने के बजाय रहा-सहा रास्ता भी बंद कर गया। अब लोग अपनी किस्मत को कोस रहे हैं। नालियों का पानी सड़कों पर आ रहा है, सफाई व्यवसथा चौपट है। कई स्थानो पर घर-घर कूड़ा उठाने का काम भी बंद हो गया है। कारोबार चौपट हो रहा है।. इलाका नरक बन गया है और जिम्मेदार अफसर नजरें फेरे हुए हैं।