बरेली। सरकारी विभाग, सरकारी खर्च पर हो रहा प्रोग्राम, मंच पर बैठे सरकारी अफसर और सरकार के ही व्यापारी कल्याण बोर्ड के सदस्य… ऐसे में एक सरकारी कर्मचारी द्वारा ही प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी का दुस्साहस। मामला वाणिज्य कर विभाग के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का है। बुधवार को आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी पर जमकर हंगामा हुआ। बाद में अफसरों द्वारा कर्मचारी को निलम्बित करने की बात कहने पर मामला शान्त हुआ।

बुधवार को वाणिज्य कर के स्थापना दिवस पर कैण्ट स्थित एडिशनल कमिश्नर कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम शहर भर से कारोबारियों को भी आमंत्रित किया गया था। मुख्य अतिथि थे व्यापारी कल्याण बोर्ड के सदस्य पवन अरोड़ा। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार समारोह में व्यापारियों को विभागीय योजनाओं की जानकारी देने के साथ बेहतर राजस्व देने वाले व्यापारियों के साथ चुनिंदा कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जाना था।

समारोह की शुरुआत बहुत ही उमंग भरे माहौल में हुई। किसी ने गीत सुनाये तो किसी ने गजल तो किसी ने शृंगार रस का पान कराया तो किसी ने व्यंग्य बाण छोड़े। इसी क्रम में विभाग में नाजिर के पद तैनात प्रेमपाल ने नेताओं पर कटाक्ष किये। इससे व्यापारियों और व्यापारी नेताओं में नाराजगी दिखने लगी।
प्रेमपाल ने सबसे पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव पर आपत्तिजनक व्यंग्य किया। फिर उसने पढ़े लिखों को संतरी… माफियाओं के मंत्री…होते हुए प्रधानमंत्री पर भी व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए कविता सुना डाली। इस पर समारोह में बैठे व्यापारियों और सरकारी कर्मचारियों ने भी आपत्ति की। व्यापारी कार्यक्रम का बहिष्कार कर बाहर जाने लगे और अनेक लोग कुर्सियों से उठ खड़े हुए।

जब तक मंच पर बैठे अधिकारी मामला समझ या निपटा पाते मुख्य अतिथि रहे व्यापारी कल्याण बोर्ड के सदस्य पवन अरोरा ने प्रधानमंत्री पर आपत्तिजनक व्यंग्य करने वाले कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई की मांग की। एडिशनल कमिश्नर वीपी सिंह ने कर्मचारी प्रेमपाल को सस्पेंड कर अनुशासनात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। । तब कहीं जाकर मामला शान्त हो सका।

By vandna

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