भमोरा (बरेली)। क्षेत्र से दो बच्चे रविवार को गायब हो गये। सोमवार सुबह तक नहीं परिजन ने प्रतीक्षा की नहीं लौटे तो पुलिस में गुमशुदगी दर्ज करायी। इस बीच एक महिला को बच्चा चोरी के शक में लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। हालांकि सोमवार को देर शाम बच्चे लौट आये तो पुलिस और घरवालों ने चैन की सांस ली।
क्षेत्र में बच्चा चोरी अफवाह के चलते रविवार दोपहर विशेष पुत्र मुन्ना लाल उम्र 11वर्ष और अप्पी उर्फ अर्पित उम्र 10 वर्षं एक ही मकान में किराये पर रहते थे। रविवार दोपहर साथ मिलने पर घर से भागने की योजना बनायी। इसके लिए अपनी साइकिल बेंच लालकुआं पहुंचे। जहां पुलिस को कुछ शक हुआ तो पूछताछ की। इस पर दोनों ने अपने मां-बाप न होने की बात कहते हुए भीख मांगने की बात कही। कड़ाई से पूछताछ करने पर सच्चाई बताने पर लालकुआं पुलिस ने दोनांे को बरेली भेज दिया।
यहां देवचरा आकर दोनों उतरे और एक-दूसरे से घर जाने को कहा। इसपर अप्पी उर्फ अर्पित अपने घर पंहुच गया व विशेष मां-बाप के डर से घर नही पंहुचा। दोनों के परिवारों ने थाना पुलिस मंे गुमशुदगी दर्ज कराई थी। सोमवार देर शाम दोनांे के मिल जाने पर भमोरा पुलिस ने चैन की सांस ली। एसओ भमोरा श्याम सिंह ने बताया दोनो की गुमशुदगी दर्ज करली थी दोनों बच्चे देर शाम बरामद हो गये।
बच्चा चोर के शक में ग्रामीणों ने महिला का पकड़ा
इस बीच ग्रामीणों ने एक महिला को बच्चे गायब करने के शक में पकड़कर पुलिस को सौंप दी। सोमवार सुबह एक महिला ने एक दुकान पर पहले चाय पी, समोसा खाया फिर तम्बाकू लेने के बाद बोली आपके यहां कोई बच्चा चोरी तो नहीं हुआ है। इस पर ग्रामीणों ने उसका नाम पूछा तो वह अपना नाम नहीं बताया। इस पर ग्रामीण महिला को बच्चा चोर समझ पुलिस के हवाले कर आये। भमोरा पुलिस उसके बताये पते की जांच कर रही है। महिला ने पहले अपना नाम नहीं बताया बाद में अपना नाम फतीमा बता रही थी। कहा कि हम लोग भीख मांगते हैं व दवा बेचते हैं। भमोरा पुलिस महिला के बारे में जानकारी कर रही है।