बरेलीः कायस्थों में एकजुटता और जागृति के लिए आयोजित कायस्थ समागम समारोह के बाद चित्रगुप्त चौक पर कलम-दवात प्रतीक का अनावरण एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने कायस्थ महासभा के प्रदेश पदाधिकारियों, चित्रगुप्त सेवा समिति एवं कायस्थ संगठनों के कई पदाधिकारियों के साथ किया। समारोह में कलम-दवात स्थल के प्रेरणास्रोत रहे पत्रकार निर्भय सक्सेना का पगड़ी एवं शाल ओढ़ाकर पार्षद एवं आयोजक गौरव सक्सेना ने मंच पर सम्मान भी किया।
कलम-दवात प्रतीक की विधिवत स्थापना से पूर्व कुँवर दयाशंकर इंटर कॉलेज में कायस्थ समागम कार्यक्रम में बोलते हुए कार्यक्रम आयोजक तथा युवा प्रदेश अध्यक्ष गौरव सक्सेना ने कहा कि कायस्थ समाज एकजुट हो जाये तो बरेली में हम जिधर खड़ें हो जाएं, उसे नेता बना सकते हैं। हमें समाज मे आपस की राजनीति छोड़कर कायस्थ समाज को आगे बढ़ाने का कार्य करना चाहिए। राजनीति वह है कि अपना व्यक्ति यदि ग़लत है तो उसका विरोध करो।
गौरव सक्सेना ने कहा कि उनकी लड़ाई ख़ुद गौरव से है और किसी से नहीं। उन्हें राजनीति में आगे बढ़ने में पूरे कायस्थ समाज का सहयोग मिलता रहा है। ओजस्वी कवि मध्यम सक्सेना ने काव्यपाठ किया, “अंगद की तरह डटे रहो और सत्ता से प्रश्न करो। आप सब अपनी ताक़त को पहचानें और सत्ता में भागीदारी करें।”
मंच पर अतिथियों में मुकेश श्रीवास्तव राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, इन्द्रसेन श्रीवास्तव प्रदेश अध्यक्ष, पीसीएल श्रीवास्तव राष्ट्रीय संगठन मंत्री, विश्वमोहन कुलश्रेष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री, मेघना श्रीवास्तव राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष, आशुतोष सिन्हा एमएलसी, विनय श्रीवास्तव कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष, डॉ विकास वर्मा प्रदेश सचिव, आलोक प्रधान जिला महासचिव, वेद प्रकाश सक्सेना जिलाध्यक्ष, संजीव सक्सेना प्रदेश उपाध्यक्ष, शशि भूषण और धीरेन्द्र सक्सेना रहे।
अन्य अतिथियों में प्रदीप सक्सेना, सुरेन्द्र बीनू सिन्हा, डॉ प्रमोद सक्सेना, संजय सक्सेना, वीके सक्सेना, अखिलेश सक्सेना, मुकेश सक्सेना, चित्रा सक्सेना, अमित चौधरी, उपमेन्द्र सक्सेना, कौशिक टंडन, विशाल श्रीवास्तव, राजीव श्रीवास्तव, अभिजीत सक्सेना, अभिषेक सक्सेना, विशाल मोहन, अपुल श्रीवास्तव, शिवम सक्सेना, शुभम सक्सेना, चिरंजीव सक्सेना, अलंकृत सक्सेना, तरुण सक्सेना, आलोक सेठ, विपिन सक्सेना, आकाश सक्सेना, अरुण सक्सेना, मनीष सक्सेना, रचित सक्सेना, सचिन श्माम भारतीय आदि शामिल थे।