बरेली । केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो और एसटीएफ मेरठ की टीम ने बुधवार को मीरगंज पुल के पास घेराबंदी कर नशीले पदार्थ की सप्लाई करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया।तस्कर और सप्लायर सहित चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 26 कुंतल 42 किग्रा डोडा मिला है जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसके साथ ही ट्रक, 5 मोबाइल भी मिला है। नारकोटिक्स टीम ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। उनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
जिले के मीरगंज में नारियल से भरे ट्रक में छिपाकर 26 क्विंटल 42 किलोग्राम डोडा पोस्त की बड़ी खेप झारखंड की राजधानी से बरेली लाई गई थी। तस्करों ने पुलिस और चुंगी पर चेकिंग में पकड़े जाने से बचने के लिए यह माल हरे नारियल से भरी बोरियों के नीचे छिपा दिया था। बाजार भाव के आधार पर पकड़े गए माल की कीमत करीब 1 करोड़ रुपये है। ब्यूरो की टीम ने उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर निवासी ट्रक ड्राइवर, तस्कर और दो स्थानीय सप्लायर सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
नारकोटिक्स ब्यूरो के अधीक्षक आरिफ अली ने बताया कि बुधवार सुबह शहर में बिहार या झारखंड से डोडा की खेप पहुंचने की सूचना मिली थी। एसटीएफ निरीक्षक धर्मेद्र यादव, बरेली यूनिट के इंस्पेक्टर एमपी सिंह, करुण बिलग्रामी की टीम ने जानकारी जुटाई। ट्रक मीरगंज के एक गोदाम में जाना था। नारकोटिक्स ब्यूरो ने बरेली-रामपुर हाइवे पर ही सुराग के आधार पता कराया। तब तक ट्रक मीरगंज में एक गोदाम तक पहुंच गया था। अचानक सादा कपड़ों में टीम के लोगों के ट्रक को घेरने पर तस्कर और ड्राइवर टीम से उलझ पड़े। गालीगलौज पर उतारू हो गए। फिर पुलिस होने का पता चलते ही भागने की कोशिश की। इन्हें दौड़ाकर दबोच लिया। ट्रक तिरपाल से ढका था। इसे खुलवाया तो ऊपर नारियल से भरे बोरे मिले। डाला के पटरे हटवाने पर नीचे डोडा की भरी 244 बोरियां मिलीं।
पकड़े गए आरोपियों में आशिक अली ऊधमसिंह नगर में कुंडा क्षेत्र के गांव सरवरखेड़ा का निवासी है। तस्कर अरुण कुमार गुप्ता उर्फ मिंटू गुप्ता मूल रूप से देवचरा का और यहां वीरसावरकरनगर में पीएनबी कॉलोनी का निवासी है। उमेश गुप्ता डेलापीर के पास एनईएस कॉलोनी और अभिषेक उर्फ आशू गुप्ता देवचरा का निवासी हैं। मिंटू डोडा का शातिर तस्कर है। झारखंड, पश्चिम बंगाल के डोडा उगाने वाले और वहां के व्यापारियों से उसके सीधे तार जुड़े हैं। मिंटू ने बताया कि यह माल रांची से करीब 40 किलोमीटर दूर तमाड़ा कस्बे से 1000 रुपये प्रति किलो में खरीदा था। माल की डिलिवरी यहां उमेश गुप्ता के मीरगंज स्थित गोदाम में होनी थी।
पूछताछ में पता चला कि मिंटू यहां उमेश और आशू गुप्ता के साथ मिलकर माल सप्लाई का नेटवर्क संचालित कर रहा था। बरेली से यह माल गाजियाबाद, नोएडा, गुड़गांव, अंबाला, चंडीगढ़ और पंजाब तक के लोकल एजेंट तक सप्लाई किया जाना था। 1000 रुपये प्रतिकिलो में खरीदा गया माल 2500 से 3000 रुपये या ग्राहक फंसने पर इससे अधिक रुपये में भी आसानी से बेचा जाता था।