बरेली। मोदी लहर में इस बार चुनाव में बरेली जिले में भी भाजपा का परचम जमकर लहराया। जिले की सभी नौ सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। हालांकि मतगणना के बीच कुछ चक्रों की गिनती के दौरान आंवला और बिथरी चैनपुर सीट कुछ देर के लिए पिछड़ीं लेकिन फिर दौड़ में आगे होकर विजय श्री को प्राप्त कीं।
शहर सीट : यहां प्रत्याशी डा. अरुण कुमार ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रेम प्रकाश अग्रवाल को 22 हजार 990 वोटों से हराया। डा. अरुण कुमार को 72193 तो प्रेम प्रकाश अग्रवाल को 49203 वोट मिले। इसके अलावा बसप के इंजी. अनीस अहमद को 7577 वोट ही मिले। इसके अलावा तारकेश्वर चतुर्वेदी, अकील अहमद खान, इक्तैदार उद्दीन, माधवी साहू, रनजीत, सरताज अल्वी, अरशद अली खान और अमित खण्डेलवाल की जमानत ही जब्त हो गयी। इसके अलावा 815 लोगों को नोटा का बटन दबाया।
कैण्ट सीट : यहां से भाजपा के राजेश अग्रवाल ने छठी बार जीत दर्ज की। उन्होंने 88441 वोट लेकर प्रतिद्वंद्वी
सपा-कांग्रेस गठबंधन के मुजाहिद हसन खान को 12664 वोटों से हराया। उन्हें केवल 75777 वोट मिल सके। इसके अलावा बसपा के राजेन्द्र गुप्ता केवल 14239 वोट ही हासिल कर सके। इसके अलावा रालोद के अतुल सक्सेना, रबिया अख्तर, कमल किशोर बाल्मीकि, जय प्रकाश सक्सेना, मनजीत सिंह, विजय कुमार, सुशील कुमार गौतम और प्रियंक खण्डेल की जमानत भी नहीं बची। इस सीट पर 1061 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
आंवला : इस सीट से भाजपा के विधायक रहे धर्मपाल सिंह एक बार फिर जीत गये हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के पहली बार प्रत्याशी और कद्दावर सांसद रहे कुंवर सर्वराज सिंह के पुत्र सिद्धराज सिंह को हराया। धर्मपाल सिंह को 63165 तो सिद्धराज को 59619 वोट मिले। बसपा प्रत्याशी अगम मौर्या 54192 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे। इसके अलावा किसी भी प्रत्याशी की जमानत भी नहीं बची। 1794 लोगों ने यहां नोटा का बटन दबाकर सभी प्रत्याशियों को अयोग्य बताया।
बहेड़ी : यहां से भाजपा के छत्रपाल सिंह 1 लाख 8 हजार 846 वोटों के साथ अपने प्रतिद्वंद्वी बसपा के नसीम अहमद (66009) को 42 हजार 837 वोटों से हराया। यहां सपा के मौजूद विधायक रहे अताउर्रहमान तीसरे नम्बर पर रहे। उन्हें केवल 63841 वोट ही मिल सके। इस सीट पर 1479 लोगों ने सभी प्रत्याशियों को नाकाबिल बताते हुए नोटा का बटन दबाया।
नवाबगंज : यहां से भाजपा के केसर सिंह 54074 मत लेकर विधायक बने हैं। उन्होंने सपा सरकार में मंत्री रहे भगवत सरन गंगवार को 18070 वोटों से हराया। भगवत सरन को सिर्फ 36004 वोट ही मिल सके। यहां आईएमसी कौन्सिल की प्रत्याशी शैहला ताहिर 28,787 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहीं। बसपा के वीरेन्द्र सिंह गंगवार 12350 वोट प्राप्त कर चौथे स्थान पर ही सिमट गये। इसके अलावा किसी भी अन्य प्रत्याशी की जमानत भी नहीं बची।
बिथरी चैनपुर : यहां पहली बार चुनाव लड़ रहे राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल विधायक चुने गये। उन्होंने समाजवादी पार्टी के वीरपाल सिंह को 19 हजार से ज्यादा वोटों से हराया। मौजूदा विधायक बसपा के वीरेन्द्र सिंह तीसरे स्थान पर रहे। यहां से पप्पू भरतौल को 96397 तो वीरपाल सिंह को 76886 वोट मिले। जबकि वीरेन्द्र सिंह केवल 53286 वोट ही प्राप्त कर सके। इस सीट पर 2647 लोगों ने किसी भी प्रत्याशी को योग्य नहीं माना और नोटा का बटन दबाया।
मीरगंज : यहां से भाजपा के डॉ. डी.सी. वर्मा विधायक बने हैं। उन्होंने निर्वतमान विधायक बसपा के सुल्तान बेग को 54500 वोटों से हराया। यहां श्री वर्मा को 1,08,789 वोट मिले जबकि सुल्तान बेग 54,289 वोट ही मिल सके। कांग्रेस के नरेन्द्र पाल सिंह 36938 वोट लेकर तीसरे नम्बर पर रहे। यहां 1749 लोगों ने नोट का बटन दबाया।
भोजीपुरा : यहां से भाजपा के बहोरन लाल मौर्य 91751 वोट लेकर विधानसभा पहुंचे हैं, जबकि मौजूदा विधायक समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी शहजिल इस्लाम 68867 वोट लेकर चुनाव हार गये। इसके अलावा बसपा के प्रत्याशी और विधायक सुल्तान बेग के भाई सुलेमान बेग तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें 47064 वोट मिल सके। इसके अलावा आईएमसी के शेर अली जाफरी 6295 वोट लेकर चाथे स्थान पर रहे। यहां 1650 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
फरीदपुर : यहां से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रो. डॉ. श्याम बिहारी लाल भारी अंतर से जीते हैं। उन्हें 83656 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी और मौजूदा विधायक सपा के डा. सियाराम सागर 58935 वोट ही हासिल कर पाये। बसपा के विजय पाल सिंह केवल 37680 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे। इसके अलावा 1831 लोगों ने यहां नोटा का बटन दबाया।